WTC Final: टेम्बा बावुमा की कप्तानी में साउथ अफ्रीका ने इतिहास रच दिया ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में 5 विकेट से हराकर पहली बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलियाके बीच खेला गया मुकाबला काफी रोमांचक रहा क्योंकि कंगारू टीम की दूसरी पारी के बाद भी ऐसा लग रहा था कि कहीं वो जीत ना जाएं, लेकिन एडन मार्कराम और कप्तान बावुमा की वजह से सबकुछ बदल गया।

साउथ अफ्रीका ने साल 1998 के बाद यानी 27 साल के लंबे इंतजार के बाद किसी आईसीसी खिताब को जीतने में सफलता हासिल की और इस मैच को एडन मार्कराम की शानदार शतकीय पारी (136 रन) और टेम्बा बावुमा की 66 रन की पारी के लिए हमेशा याद किया जाएगा। टेम्बा की कप्तानी भी इस टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान यादगार रही और उन्होंने एक भी मैच नहीं गंवाया। बावुमा की कप्तानी में साउथ अफ्रीका ने 10 टेस्ट खेले जिसमें से 9 में इस टीम को जीत मिली और एक मैच ड्रॉ रहा।

साउथ अफ्रीका की जीत के बाद आईसीसी चेयरमैन जयशाह ने बावुमा को टेस्ट गदा सौंपी और फिर पूरी साउथ अफ्रीका की टीम ने जश्न मनाया। इसके बाद टेम्बा बावुमा अपने क्यूट बेटे के साथ मैदान पर जश्न मनाते देखे गए। जीत के बाद उन्होंने अपने बेटे के साथ लॉर्ड्स मैदान का चक्कर लगाया और उसे गोद में लेकर सबका अभिवादन करते भी नजर आए। बावुमा इस दौरान अपने बेटे को टेस्ट गदा देते हुए भी नजर आए जो अपने आप में शानदार था।

ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन इस मैच में दूसरी पारी में काफी साधारण रहा और ये टीम 281 रन को डिफेंड नहीं कर पाई। कमिंस ने हार के बाद कहा कि इस मैच के दौरान खास तौर पर दूसरी पारी में खेल बिल्कुल ही बदल गया। हमने पहली पारी में बढ़त हासिल की, लेकिन दूसरी पारी में बैटिंग ज्यादा अच्छी नहीं रही। चौथी पारी में विकेट बदल गया और गेंदबाजों के लिए कुछ नहीं था और साउथ अफ्रीका ने हमें मौका नहीं दिया। पहले दो दिन गेंदबाजी अच्छी रही, लेकिन बाद में ऐसा नहीं हो सका। हमने लियोन को आजमाया, लेकिन वो विकेट नहीं ले पाए। मार्कराम और बावुमा ने शानदार बैटिंग की और उन्होंने दिखाया कि वो इस फाइनल में क्यों हैं।