डायबिटीज मरीजों के लिए ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए उसकी मॉनिटरिंग करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज के बॉडी में दिखने वाले लक्षणों से काफी हद तक ब्लड शुगर हाई होने का अंदाजा हो जाता है लेकिन फिर भी दिन में एक से दो बार ब्लड शुगर को चेक करना जरूरी है। डायबिटीज मरीजों के लिए डाइट बेहद मायने रखती है। खराब डाइट, बॉडी एक्टिविटी में कमी, तनाव और दवाओं का समय पर सेवन नहीं करने से ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने लगता है।

अक्सर देखा गया है कि डायबिटीज मरीजों की फास्टिंग शुगर हाई रहती है जिसका मुख्य कारण कुछ हॉर्मोन हैं। सुबह 3 बजे से 8 बजे के बीच शरीर कुछ हॉर्मोन जैसे कि कॉर्टिसोल, ग्लूकागन और ग्रोथ हॉर्मोन रिलीज़ करता है जिससे लीवर से शुगर रिलीज़ होती है और ब्लड शुगर बढ़ जाता है। रात की खराब डाइट, दवा का सही डोज नहीं लेना और तनाव भी फास्टिंग शुगर हाई होने का कारण बनता है। कुछ लोगों की फास्टिंग शुगर हाई रहती है तो कुछ लोगों की खाने के बाद की शुगर हाई रहती है।

डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को नॉर्मल करना चाहते हैं तो दवा का समय पर सही तरीके से सेवन करें, तनाव को कंट्रोल करें और डाइट का ध्यान रखें। कुछ देसी हर्ब्स का सेवन डायबिटीज कंट्रोल करने में जादुई असर करता है। डायबिटीज मरीज फास्टिंग शुगर से लेकर खाने के बाद की शुगर को नॉर्मल करना चाहते हैं तो रोज सुबह खाली पेट नीम के पत्तों का सेवन करें। नीम के पत्ते डायबिटीज कंट्रोल करने का रामबाण इलाज हैं।

नीम की पत्तियां डायबिटीज का एक प्राकृतिक और पारंपरिक इलाज है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर नीम ब्लड शुगर को कंट्रोल करती हैं। नीम की पत्तियों में ऐसे तत्व होते हैं जो इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं और ब्लड ग्लूकोज़ लेवल को कम करने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं कि डायबिटीज कंट्रोल करने में नीम की पत्तियां कैसे असरदार साबित होती हैं।

वेबएमडी के मुताबिक नीम के पत्ते डायबिटीज का रामबाण इलाज हैं। नीम के पत्तों में एंटी हाइपरग्लाइसेमिक गुण पाया जाता है जो ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकते हैं। नीम के पत्ते में ऐसे नेचुरल यौगिक होते हैं जो ब्लड शुगर को कम करने में असरदार होते हैं। ये पत्ते इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं। नीम के पत्ते लीवर को यह सिग्नल देते हैं कि वह ज़रूरत से ज़्यादा ग्लूकोज़ ब्लड में नहीं छोड़े, जिससे फास्टिंग शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।

नीम पाचन तंत्र को बेहतर करता है जिससे खाने के बाद ब्लड शुगर तेजी से नहीं बढ़ती। इससे पोस्टप्रांडियल (खाने के बाद) शुगर कंट्रोल में मदद मिलती है।  ये पत्तियां ग्लाइकोसाइड्स, फ्लेवोनॉयड्स और ट्राइटरपीनॉयड्स जैसे बायोएक्टिव यौगिकों से भरपूर होती हैं, जो ब्लड शुगर को कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं।

स्वामी श्री इंद्रदेव महाराज ने बताया खाली पेट अगर नीम की 5-10 पत्तियों को चबाते हैं तो हमारे शरीर में मौजूद विषाणु मर जाते हैं। खाली पेट नीम की पत्तियां चबाने से दांत मजबूत होते हैं और दांतों में आने वाला मवाद और पस से निजात मिलती है। सुबह नीम खाने से खून शुद्ध हो जाता है और आपकी सेहत सुधरने लगती है। नीम के पत्ते खाली पेट खाने से स्किन की समस्याओं का इलाज होता है। 

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