दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने सोमवार को लोहड़ी के अवसर पर एक खास गाना निकाला। पार्टी ने ‘दिल्ली दा पूत्त केजरीवाल’ के बोल वाला एक गीत जारी किया, जिसमें दिल्लीवासियों से आगामी विधानसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल को फिर से चुनने की अपील की गई। सोशल मीडिया पर इस गाने का वीडियो काफी लोकप्रिय हो रहा है।
पार्टी के एक बयान में कहा कि एक मिनट 33 सेकंड के पंजाबी गीत की पंक्ति है, ‘‘इस वारी सुन लो, फिर केजरीवाल नुं चुन लो’’ है जिसमें मतदाताओं से जनकल्याण योजनाओं को जारी रखने और उनके वादों को पूरा करने के लिए केजरीवाल को फिर से चुनने का आह्वान किया गया है।
“फिर केजरीवाल नु चुण लो” ??लोहड़ी के मौक़े पर आम आदमी पार्टी का Special Song ?? pic.twitter.com/3iFbl6NLdf
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी किए गए इस गाने को आप समर्थकों ने खूब साझा किया है। इस गाने में दिल्ली में केजरीवाल की उपलब्धियों को बताया गया है और शहर के विकास के लिए उनके दृष्टिकोण पर जोर दिया गया है। आप के बयान में कहा गया है कि यह केजरीवाल सरकार की प्रमुख पहलों को रेखांकित करता है, जैसे मुफ्त बिजली, पानी और वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थ यात्रा कार्यक्रम।
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इस गाने में ‘आप’ के घोषणापत्र के तहत नयी गारंटियों का भी जिक्र किया गया है। इन घोषणाओं में महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना शामिल हैं। महिला सम्मान योजना के तहत हर महिला को सीधे उनके बैंक खातों में 2,100 रुपये प्रति माह देने का वादा किया गया है और संजीवनी योजना का उद्देश्य 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए सभी चिकित्सा खर्चों को कवर करना है।
आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पर आरक्षण के मुद्दे पर दिल्ली के जाटों को ‘धोखा’ देने का आरोप लगाया और पार्टी से पूछा कि उन्हें ओबीसी के लिए केंद्र की सूची में कब शामिल किया जाएगा। पांच फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल ने अपने आवास पर जाट नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के जाट दिल्ली की ओबीसी सूची में शामिल हैं, लेकिन केंद्र की सूची में नहीं हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “राजस्थान के जाटों को दिल्ली विश्वविद्यालय और उसके कॉलेजों में प्रवेश मिल सकता है, एम्स, सफदरजंग अस्पताल और सभी केंद्र सरकार के संस्थानों में नौकरियां मिल सकती हैं, लेकिन दिल्ली के जाटों को नहीं।” उन्होंने कहा कि देश के शीर्ष दो नेताओं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के जाट समुदाय से वादा किया था कि उन्हें केंद्रीय स्तर पर ओबीसी आरक्षण दिया जाएगा, लेकिन वादा अब तक पूरा नहीं हुआ है। देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों क लिए पढ़ें jansatta.com का LIVE ब्लॉग