प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच फोन पर हुई बातचीत को लेकर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सवाल खड़े करते हुए कहा है कि भारतीय विदेश नीति और कूटनीति को मिले ‘ट्रिपल झटके’ को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर ट्रंप के साथ लंच करने वाले हैं। मुनीर के भड़काऊ बयान के तार सीधे तौर पर पहलगाम आतंकी हमलों से जुड़े हैं। उन्हें आज राष्ट्रपति ट्रंप के साथ खास लंच के लिए आमंत्रित किया गया है। यह भारतीय कूटनीति के लिए झटका है।
जी-7 समिट में भाग लेने कनाडा गए प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच बात हुई। दरअसल ये बातचीत फोन के जरिए हुई, क्योंकि ट्रंप मीटिंग के बीच में ही अमेरिका निकल गए। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच करीब 35 फोन पर बात हुई। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस बात की जानकारी साझा की।
मिस्री के बयान पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने मोदी सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा, “भारतीय विदेश नीति और कूटनीति को मिले ‘ट्रिपल झटके’ को समझिए। आज पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर को राष्ट्रपति ट्रंप के साथ खास लंच के लिए आमंत्रित किया गया है। इस मुनीर के भड़काऊ बयान सीधे तौर पर पहलगाम आतंकी हमलों से जुड़े हैं। यह भारतीय कूटनीति के लिए झटका है। भारत इस बारे में चुप हैं, अमेरिका के इस आमंत्रण पर कोई आपत्ति नहीं जताई है।”
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उन्होंने आगे कहा, ” दूसरा, “अमेरिकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला कहते हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बेहतरीन साझेदार है जबकि हमारा स्टैंड क्लियर है कि पाकिस्तान एक अपराधी देश है और उस पर लगाम लगनी चाहिए। इसके अलावा तीसरा 10 मई से लेकर अब तक राष्ट्रपति ट्रंप 14 बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत पाकिस्तान संघर्ष विराम में मध्यस्थता की। उन्होंने व्यापार को एक साधन के रूप में इस्तेमाल किया। साथ ही पाकिस्तान और भारत को एक साथ बराबर स्थिति में रखा फिर भी पीएम चुप रहे।”
रमेश ने इसके आगे कहा, “पीएम द्वारा इसका कोई जवाब नहीं दिया गया। जिसके बाद आज हमें बताया गया है कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ 35 मिनट तक फोन पर बात की। और फिर विदेश सचिव ने मीडिया से जो बातें कही हैं, उनमें से कई बातें संसद में भी कहना चाहिए। सरकार को चाहिए कि संसद का विशेष सत्र बुलाए। कल सर्वदलीय बैठक बुलाना चाहिए और वही बातें कहिए जो आपने राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर कही हैं। पूरा विपक्ष संसद में बहस चाहता है। हम रचनात्मक बहस चाहते हैं, हम सर्वदलीय बैठक चाहते हैं। हम दुनिया को एकता और एकजुटता दिखाना चाहते हैं।”