प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर प्रधानमंत्री आवास पर दोपहर 3 बजे एक कर्मचारी द्वारा गुप्त रूप से ली गई थी। पोस्ट में आरोप लगाया गया है कि कर्मचारी ने प्रधानमंत्री के स्वामित्व वाली आलीशान वस्तुओं के लिए अलग से कमरे होने का खुलासा किया था।
जांच के दौरान, लाइटहाउस जर्नलिज्म ने पाया कि यह तस्वीर AI द्वारा बनाई गई है।
X यूजर “AAP” Ka Ram Gupta ने अपने हैंडल पर वायरल दावे के साथ तस्वीर शेयर की।
ताज़ा ताज़ा यह तस्वीर PM आवास में कार्यरत एक कर्मचारी जो @ArvindKejriwal के बनाये स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ने भेजता है उसी ने चुपके से भेजा है।आज दोपहर 3 बजे, ये वाली घड़ी पहनते हुए चुपके से तस्वीर खींची है। ?और बताया राजमहल में ऐसे ही महंगे विलासिता वाले सूट-बूट, जूतों,… pic.twitter.com/NQnLSakh3k
पोस्ट का आर्काइव वर्जन।
अन्य यूजर भी इसी तरह के दावों के साथ तस्वीर शेयर कर रहे हैं।
चलो दोपहर के 3 बज गए, ये वाली घड़ी पहनने का टाइम हो गया है। ?राजमहल में ऐसे ही महंगे विलासिता वाले सूट-बूट, जूतों, चश्मों, कलम और बाकि भोग की चीजों के लिए अलग अलग कमरे बने हुए है। ✨✨2,700 करोड़ खर्च हो तो क्या कुछ नही हो सकता भाई। ?? pic.twitter.com/jH97xyuIdY
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छवि की धुंधली पृष्ठभूमि से पता चला कि यह AI द्वारा बनाई गई इमेज है।
फिर हमने छवि को AI इमेज डिटेक्टरों के माध्यम से चलाया।
HIVE मॉडरेशन ने सुझाव दिया कि इनपुट 98.4 प्रतिशत AI द्वारा जेनरेटेड है।
एक अन्य AI डिटेक्टर, साइटइंजन ने भी सुझाव दिया कि छवि AI द्वारा बनाई गई है।
अन्य AI-डिटेक्टर, wasitai और aiimagedetector.org ने भी सुझाव दिया कि छवि AI द्वारा बनाई गई है।
निष्कर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घड़ी पहने हुए दिखाने वाली वायरल तस्वीर, जिसे इस दावे के साथ शेयर किया गया है कि किसी कर्मचारी ने चुपके से इसे क्लिक किया है, AI द्वारा जेनरेट की गई है। वायरल तस्वीर फर्जी है।