Iran-Israel War: ईरान-इजरायल युद्ध के बीच अमेरिका की भूमिका को लेकर कई तरह के सवाल चल रहे हैं। अब व्हाइट हाउस ने एक जारी बयान में साफ कर दिया है कि अगले दो हफ्ते में राष्ट्रपति ट्रंप एक बड़ा फैसला लेने वाले हैं, यह फैसला ईरान पर हमला करने को लेकर है। असल में व्हाइट हाउस प्रवक्ता ने खुद मीडिया से बातचीत के दौरान इस बात की पुष्टि की है। इससे पहले खुद राष्ट्रपति ट्रंप भी कह चुके हैं कि किसी को नहीं पता कि उनके मन में क्या चल रहा है, वे हमला कर भी सकते हैं और नहीं भी।

अब जानकारी के लिए बता दें कि ईरान भी लगातार अमेरिका को धमकी दे रहा है, साफ शब्दों में कहा गया है कि अमेरिका इस जंग में कूदेगा तो उस स्थिति में भीषण परिणाम भुगतने पड़ेंगे। वहीं दूसरी तरफ इजरायल जरूर चाहता है कि अमेरिका खुलकर उसका समर्थन करें, अगर ऐसा होता है तो ईरान में कई न्यूक्लियर साइट्स पर बड़ा हमला संभव है, उन ठिकानों को भी तबाह किया जा सकता है जहां तक इजरायल की पहुंच नहीं है।

वैसे अगर अमेरिका, इजरायल के साथ जाता दिख रहा है तो वहीं दूसरी तरफ रूस और चीन ने ईरान का समर्थन कर दिया है। इजरायल से ही सीजफायर करने के लिए कहा जा रहा है। इसका मतलब साफ है कि एक बार फिर पूरी दुनिया ही एक अलग तरह के युद्ध के करीब पहुंच चुकी है जहां पर हर कोई बंट चुका है।

ईरान की इस समय सबसे बड़ी दुविधा यह है कि कई देश उसका समर्थन तो कर रहे हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं कि जरूरत पड़ने पर वो मदद के लिए भी आगे आ जाए। इसका सबसे बड़ा उदाहरण कई मुस्लिम देश हैं जो वैसे तो इजरायल के आक्रमण का कड़े शब्दों में विरोध कर रहे हैं, लेकिन क्या जरूरत पड़ने पर युद्ध के मैदान में भी कूदेंग, ऐसा मुश्किल लगता है।

उत्तरी ईरान में लगातार बज रहा सायरन

मुस्लिम देशों में इस समय तुर्की, मिस्र लेबनान और इराक जैसे देश ईरान के साथ खड़े दिखाई देते हैं। इसमें एक बड़ा नाम पाकिस्तान भी है जो परमाणु संपन्न मुल्क है। पाकिस्तान तो इस समय पूरी कोशिश कर रहा है कि 21 मुस्लिम देश एकजुटता दिखाते हुए ईरान के साथ खड़े हो जाए। बड़ी बात यह है कि इस समय सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, तुर्की, सोमालिया, लीबिया और अल्जीरिया जैसे देशों ने इजरायल हमले की निंदा की है।

इस समय इजरायल को भी कई देशों का समर्थन हासिल है। यहां भी बड़ी बात यह है कि G7 देशों ने एक जारी बयान में इजरायल का समर्थन कर दिया है, G7 देशों ने साफ कहा है कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का पूरा हक है। G7 देशों में इटली, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, यूके, कनाडा और जापान शामिल है।

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