दिल्ली में गुरुवार को मौसम विभाग ने आंधी-तूफान और बिजली कड़कने की चेतावनी देते हुए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। शहर में आज न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। AQI सुबह नौ बजे 99 दर्ज किया गया जो संतोषजनक श्रेणी में आता है।
दक्षिण पश्चिम मानसून के प्रभाव के चलते बीते 24 घंटों में राजस्थान के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, गुरुवार सुबह 8.30 बजे तक भरतपुर तहसील में सबसे अधिक 85.0 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा डीग में 60 मिमी., टाटगढ़ (अजमेर), सहाड़ा (भीलवाड़ा), नगर (भरतपुर), पीपलखूंठ (प्रतापगढ़), रेलमगरा (राजसमंद), नैनवा (बूंदी), आसींद (भीलवाड़ा) और कुम्हेर (भरतपुर) में 50-50 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने इस बार अपने सामान्य समय से एक हफ्ते पहले बुधवार को राजस्थान में दस्तक दे दी। मानूसन के अगले दो दिन में राज्य के और हिस्सों में आगे बढ़ने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से 19-20 जून के दौरान उदयपुर, कोटा में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है जबकि जयपुर, अजमेर और भरतपुर में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।
जानिए देश के मौसम का हाल
वहीं, दूसरी ओर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने वायु प्रदूषण कम करने के उद्देश्य से ‘क्लाउड सीडिंग’ से संबंधित दिल्ली की प्रायोगिक परियोजना को मंजूरी दे दी है और सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कि अनुकूल मौसम की स्थिति (विशेष रूप से नमी वाले बादलों की उपस्थिति के बाद) में क्लाउड-सीडिंग शुरू होगी।
इस परियोजना का क्रियान्वयन आईआईटी कानपुर के नेतृत्व में किया जाएगा, जो इस प्रयास के वैज्ञानिक, तकनीकी और परिचालन पहलुओं की देखरेख करेगा। उत्तर-पश्चिम और बाहरी दिल्ली में पांच विमान-आधारित क्लाउड सीडिंग उड़ानों की योजना बनाई गई है। लगभग 90 मिनट की उड़ान के दौरान करीब 100 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर किया जाएगा।
दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तरी अरब सागर के कुछ और हिस्सों, गुजरात के शेष हिस्सों, राजस्थान के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और झारखंड के शेष हिस्सों और बिहार के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है। अगले 2-3 दिनों के दौरान उत्तरी अरब सागर के शेष भागों, राजस्थान के कुछ और भागों, मध्य प्रदेश के शेष भागों, उत्तर प्रदेश के कुछ और भागों और बिहार के शेष भागों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कुछ भागों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। पढ़ें- ‘मेकअप या परफ्यूम लगाकर जंगल में न जाएं’
(इनपुट-भाषा)