Google Trends, Mysuru ‘Yoga District’: कर्नाटक में सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने मैसूर को आधिकारिक तौर पर ‘योग जिला’ के रूप में मान्यता देने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया है। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि जिले के हर घर में कम से कम एक व्यक्ति योग सीखे और नियमित रूप से इसका अभ्यास करे।

इस साल, मैसूर महल परिसर में ‘योग महाकुंभ’ शीर्षक के तहत एक विशाल योग सत्र आयोजित किया जाएगा और इसमें लगभग 15,000 लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। बताना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2022 में मैसूर पैलेस में योग दिवस समारोह में शामिल हुए थे। 

2024 में आयुष मंत्रालय के अधिकारियों के दौरे में यह सामने आया था कि मैसूर वह जिला है, जहां लगभग 50% घरों में योग का अभ्यास किया जाता है और इससे इसके ‘योग जिला’ बनने की शर्त पूरी हो सकती है। कर्नाटक के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने बताया कि मैसूर जिले में बड़ी संख्या में लोग योग करते हैं और हर साल सैकड़ों लोग योग सीखने और सिखाने के लिए यहां आते हैं।

तरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाने की ये है रोचक वजह

आयुष आयुक्त आयुष रतन सिंह ने TOI को बताया, “2024 में आयुष मंत्रालय के अधिकारियों ने यात्रा के दौरान यह देखा कि मैसूर में योग के प्रति गहरी रुचि है। मंत्रालय को लगा कि यह जिला ‘योग जिला’ बन सकता है क्योंकि यहां लगभग 50% घरों में योग होता है। इसके अलावा, मैसूर का योग से ऐतिहासिक जुड़ाव भी है।”

21 जून को योगा दिवस है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव के अनुसार, इस वर्ष 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में बेंगलुरू की विधानसभा में भी लगभग 3,000 लोग इकट्ठा होंगे। विधानसभा में आयोजित होने वाले इस योग कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल थावरचंद गहलोत करेंगे।

यह कार्यक्रम सुबह 6 से 8 बजे तक चलेगा और इसी प्रकार के कार्यक्रम जिला और तहसील केंद्रों पर भी एक साथ आयोजित किए जाएंगे।

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