Laurene Powell Jobs Maha Kumbh: एप्पल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि लॉरेन को महाकुंभ में जबरदस्त भीड़ की वजह से एलर्जी हो गई है और 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर होने वाले बड़े स्नान में वह भाग लेंगी या नहीं, इसे लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। बताना होगा कि प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भारत के साथ ही तमाम राज्यों के साथ ही दुनिया के भी कई देशों से लोग आए हैं।
इस बारे में निरंजनी अखाड़े के स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज ने ANI से कहा, “लॉरेन हमारे शिविर में हैं। वह कभी इतनी भीड़ में नहीं रही हैं और उनके हाथ में एलर्जी हो गई है। इस वजह से वह स्नान में नहीं आईं और अब वह अकेले जाकर ही स्नान करेंगी।”
लॉरेन निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि की अनुयायी हैं। उनकी योजना महाकुंभ में रुकने और गंगा में डुबकी लगाने की है।
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न्यूज़ एजेंसी ANI के अनुसार, लॉरेन ने रविवार रात को पीले रंग का सलवार सूट पहना था, उनके हाथ में रक्षासूत्र था और गले में रुद्राक्ष की माला भी थी। उनका निरंजनी अखाड़े के शिविर में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उनके स्वागत समारोह में तुरही बजाई गई और उन्हें पारंपरिक कुल्हड़ में गरम मसाला चाय परोसी गई।
कैलाशानंद गिरि महाराज ने पॉवेल जॉब्स को हिंदू नाम कमला दिया है। कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा है कि वह हमारे लिए बेटी की तरह हैं और यह दूसरी बार है जब वह भारत आई हैं। लॉरेन 15 जनवरी तक निरंजनी अखाड़े के शिविर में रहेंगी और डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए अमेरिका लौट जाएंगी।
इससे पहले यह भी सवाल उठा था कि लॉरेन पॉवेल जॉब्स को काशी विश्वनाथ मंदिर में शिवलिंग को छूने की अनुमति नहीं दी गई। स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा था कि भारतीय परंपरा के मुताबिक, काशी विश्वनाथ में हिंदुओं के अलावा किसी भी अन्य धर्म का व्यक्ति शिवलिंग को नहीं छू सकता इसलिए पॉवेल जॉब्स को बाहर से ही शिवलिंग के दर्शन करने का मौका दिया गया।
महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को होगा। 14 जनवरी के अलावा 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन और 3 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन भी महाकुंभ में बड़े पैमाने पर लोग डुबकी लगाएंगे।
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