Curd and Sugar: दही का सेवन शरीर के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। भारतीय घरों में दही डाइट का अहम हिस्सा है। दही पोषक तत्वों का पावर हाउस है, जो बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करती है। हालांकि, कई दही के साथ चीनी खाना पसंद करते हैं। दही और चीनी का कॉम्बिनेशन कोई नया नहीं है। कई लोग इसे शुभ मानते हैं और कोई काम शुरू करने से पहले एक चम्मच दही-चीनी जरूर खाते हैं। दही और चीनी का कॉम्बिनेशन स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया दही खाने का सही समय और दही और चीनी खानी चाहिए या नहीं।

आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक, दही कैल्शियम, विटामिन बी-2, विटामिन बी-12, मैग्नीशियम और पोटैशियम से भरपूर होती है, जो पाचन को दुरुस्त करती है और शरीर को हेल्दी रखती है। गर्मी में दही का सेवन करने से शरीर को ठंडक मिलती है। दही का सेवन सुबह के नाश्ते से लेकर दोपहर के खाने में किया जाए तो ये सेहत को फायदा पहुंचाती है।

दही और चीनी का तुरंत एनर्जी देने वाला नाश्ता हो सकता है। दिनभर एनर्जेटिक बने रहने के लिए दही और चीनी सुबह खानी चाहिए है। चीनी शरीर को ग्लूकोज देती है और दही में मौजूद प्रोटीन व फैट उस एनर्जी को बनाए रखते हैं।

दही ठंडा होता है और शरीर के तापमान को कंट्रोल करती है। गर्मी के मौसम में चीनी और दही मिलाकर खाने से शरीर को ठंडक मिलती है, जिससे लू और डिहाइड्रेशन से बचाव होता है।

दही में प्रोबायोटिक्स गुण होते हैं, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं। दही के साथ चीनी का सीमित मात्रा में सेवन करने से पाचन तंत्र के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।

दही और चीनी दोनों ही दिमाग को शांति देने में मदद करते हैं। दही और चीनी में मौजूद ग्लूकोज मस्तिष्क के कार्य को सुधारने और तनाव को कम करने में मदद करता है। अगर आप दही में चीनी डालकर खाते हैं तो इससे आपका मूड सही रहेगा साथ ही तनाव दूर होगा।

आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि दही को कभी भी रात में नहीं खाना चाहिए। दही का सेवन सुबह के नाश्ते में और दोपहर के खाना सही रहता है। दही में कुछ न कुछ मिलाकर ही खाएं। दही में चीनी, गुड़ का पाउडर, खांड, आंवला, जीरा को मिक्स करके खा सकते हैं। इसके अलावा दही का सेवन गर्म करके नहीं करें। दही का सेवन गर्म करने पर वो सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। दही को पकाकर खाने से ये शरीर के दोषों को बढ़ाती है।

इसके अलावा हड्डियों की मजबूती के लिए खीरे के बीज का सेवन भी किया जा सकता है। खीरे के बीज ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी हड्डियों की बीमारियों को रोकने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।