अत्री विधानसभा गया जिले में पड़ने वाली एक ऐसी विधानसभा है, जहां का ज्यादातर इलाका ग्रामीण है। यहां की अर्थव्यवस्था का आधार कृषि है और खेती ही यहां के अधिकांश लोगों की आजीविका का प्रमुख स्रोत है। खेती – किसानी से जुड़ा है इलाका सियासी रूप से राजद के करीब माना जा है। चुनावी परिणाम के आधार पर यह भी कहा जा सकता है कि अत्री विधानसभा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का राजनीतिक गढ़ है।
आइए अब नजर डालते हैं पिछले तीन विधानसभा चुनाव परिणामों पर…
2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू के कृष्णा नंदन यादव ने 55,633 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। उन्होंने राजद की कुंती देवी को 2,610 वोटों के अंतर से हराया। कुंती देवी को इस चुनाव में 53,023 वोट मिले। कांग्रेस के अश्विनी कुमार 6,345 वोटों के साथ अत्री में तीसरे स्थान पर रहे। साल 2010 में यहां हुए चुनाव में जदयू एनडीए गठबंधन का हिस्सा थी।
साल 2015 में अत्री विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में राजद ने कुंती देवी को अपना प्रत्याशी बनाया था। कुंती देवी को इस चुनाव में 60,687 वोट मिले और उन्होंने 13,757 वोटों से लोजपा के अरविंद कुमार सिंह को मात दी। इस चुनाव में एलजेपी एनडीए का हिस्सा थी जबकि जदयू राजद के साथ थी। लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़े अरविंद कुमार सिंह को 46,870 वोट मिले थे। अत्री विधानसभा सीट पर तीसरे नंबर पर जन अधिकारी पार्टी लोकतांत्रिक के कृष्णा नंदन यादव रहे। उन्हें 9603 वोट हासिल हुए।
2020 के अत्री विधानसभा चुनाव में राजद ने 2015 की विजेता कुंती देवी के पुत्र अजय यादव को अपना प्रत्याशी बनाया। अजय यादव को इस 62,658 वोट प्राप्त हुए और उन्होंने जदयू की मनोरमा देवी को 7,931 वोटों से हराया। यहां मनोरमा देवी को 54,727 वोट मिले थे। इस चुनाव में लोजपा के अरविंद कुमार सिंह तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें 25,873 वोट हासिल हुए।
अत्री विधानसभा सीट पर सबसे अधिक संख्या यादव जाति के मतदाताओं की है। माना जाता है कि यहां यादव मतदाता 13% से ज्यादा हैं। इसके अलावा मांझी (मुसहर) समुदाय के मतदाताओं की संख्या करीब 13% है। बिहार में यादव समुदाय को पारंपरिक तौर पर RJD का मतदाता माना जाता है। यही वजह है कि यहां RJD की लगातार मजबूत पकड़ बनी हुई है। यहां RJD ने 2010 को छोड़कर लगातार चुनावों में जीत हासिल की है। 2010 में जब कृष्णा नंदन यादव ने जेडीयू से जीत दर्ज की थी, हालांंकि इसके बाद के दोनों चुनावों RJD ने जीत हासिल की।
अजय कुमार यादव ने 12वीं तक पढ़ाई की है और अपना खुद का दूध व्यवसाय चलाते हैं। वे कृषि से भी जुड़े हुए हैं। उनकी मां कुंती देवी दो बार अत्री से RJD के टिकट पर विधायक रह चुकी हैं। अजय यादव के पिता भी इसी सीट से विधायक रह चुके हैं। यहां पढ़िए बिहार विधानसभा चुनाव से जुड़ी अन्य खबरें
(यह खबर जनसत्ता डॉट कॉम के साथ इंटर्नशिप कर रही प्रतिभा पाठक ने लिखी है)