Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम तय करने के बीच ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट के लिए भारतीय जनता पार्टी में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का नाम चर्चा में आया है। पार्टी ने अब तक 70 में से 59 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। इतना ही नहीं अब पार्टी ग्रेटर कैलाश से मौजूदा विधायक और आप के मंत्री सौरभ भारद्वाज के खिलाफ एक मजबूत दावेदार की तलाश कर रही है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी को हराया था और 2024 में कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा से हार गईं थी। उन्हें पार्टी की दिल्ली इकाई एक करिश्माई नेता के रूप में देख रही है। वह सौरभ भारद्वाज को कड़ी टक्कर दे सकती हैं। इस सीट पर भारद्वाज का काफी दबदबा माना जाता है। हालांकि, स्मृति ईरानी ने इस पर कोई भी टिप्पणी नहीं की है। लेकिन पिछले साल चुनाव में हारने वाली वरिष्ठ बीजेपी नेता के सूत्रों ने बताया कि वह रेस में नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी बताया कि आलाकमान ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
पार्टी के एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हमारे चुनावी चर्चा के दौरान ग्रेटर कैलाश सीट एक बहुत ही अहम सीट के तौर पर उभरी है। भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली चुनाव प्रभारी बैजयंत पांडा को पिछले शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव समिति ने खुद उम्मीदवारों की इजाजत लेने के लिए नियुक्त किया गया था। उन्होंने बताया कि सोमवार को दिल्ली कोर कमेटी ने वरिष्ठ नेतृत्व के साथ में काफी देर तक मीटिंग की। इसमें उम्मीदवारों के बाकी नामों पर मंथन किया गया। इसमें ईरानी जैसे फेमस चेहरे का भी जिक्र किया गया।
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पूर्व बीजेपी सांसद स्मृति ईरान के अलावा और भी कई नामों पर विचार किया जा रहा है। इसमें बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य और पूर्व महापौर आरती मेहरा, ग्रेटर कैलाश वार्ड से पार्षद शिखा राय और पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी का नाम शामिल हैं। मेहरा इसी विधानसभा क्षेत्र में रहती हैं। वहीं राय ने 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर जीके से चुनाव लड़ा था। इसमें वे भारद्वाज से 16,000 से ज्यादा वोटों से हार गईं थी। दूसरी ओर लेखी के बारे में कहा जा रहा है कि वे दिल्ली कैंट से चुनाव लड़ने के लिए ज्यादा इच्छुक हैं। एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इसलिए, दिल्ली नेतृत्व ने हाईकमान से ईरानी के नाम पर विचार करने का आग्रह किया। लेकिन फिलहाल मामला यहीं पर है।
आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज तीन बार विधायक रह चुके हैं। इनके पास में दिल्ली सरकार में कई अहम विभाग भी है। बीजेपी ने पहले ही आप के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अपने अहम नेताओं को चुनावी दंगल में उतारा है। इसमें प्रवेश वर्मा और कालकाजी में मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ दक्षिण दिल्ली के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी शामिल हैं। हालांकि, कई बीजेपी नेता सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। साल 2015 में आखिरी वक्त में पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने के बाद पार्टी को काफी ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा था। अरविंद केजरीवाल पर खालिस्तानी आतंकी कर सकते हैं अटैक पढ़ें पूरी खबर