शेफाली जरीवाला (Shefali Jariwala) की मौत के बाद लगातार सेलेब्स के एंटी एजिंग दवाओं, बोटॉक्स, फिलर्स और ब्यूटी ट्रीटमेंट को लेकर राय सामने आ रही हैं। अभिनेत्री मल्लिका शेरावत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करके बोटॉक्स और फिलर्स जैसे कृत्रिम कॉस्मेटिक की जगह नेचुरल तरीके से सुंदरता को बढ़ाने की हिदायत दी है। उन्होंने प्रशंसकों को स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाने की अपील की। बोटॉक्स या फिलर्स लेने की बजाए कैसे मल्लिका शेरावत खुद को फिट और यंग रखती हैं और क्या है उनकी हेल्दी लाइफस्टाइल का राज, आइए जानते हैं इसके बारे में।
अभिनेत्री शेफाली की मौत के बाद आए एक वीडियो में मल्लिका ने कहा कि मैंने कोई फिल्टर इस्तेमाल नहीं किया है न ही किसी भी तरह का कोई मेकअप नहीं किया है। यहां यहां तक कि बाल भी नहीं बनाए हैं। मैं सबसे पहले आपके साथ ये वीडियो शेयर कर रही हूं। हम सभी एकसाथ ‘बोटॉक्स को ना, कृत्रिम कॉस्मेटिक फिलर्स को ना, स्वस्थ्य जीवनशौली को हां कहना चाहिए।
मल्लिका शेरावत ने बताया कि स्वच्छ भोजन, हाइड्रेशन, जल्दी सोना और व्यायाम कुछ ऐसी आदतें हैं जिनका मैं नियमित रूप से पालन करती हूं। इससे मुझे अपनी प्राकृतिक चमक को बरकरार करने में मदद मिलती है।
ग्लेनीगल्स हॉस्पिटल, मुंबई के प्लास्टिक, हैंड और रिकंस्ट्रक्टिव माइक्रोसर्जरी और ट्रांसप्लांट सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. नीलेश जी सतभाई ने कहा कि वर्तमान में बड़ी संख्या में लोग बोटॉक्स का विकल्प चुन रहे हैं। यह चेहरे की मांसपेशियों को आराम देकर महीन रेखाओं और झुर्रियों से निपटने में मदद करता है। यह एक त्वरित, गैर-सर्जिकल उपचार है जो माथे, भौंहों की रेखाओं को चिकना करने के लिए किया जा सकता है, जिससे युवा दिखने में मदद मिलती है। हालांकि, अगर सही तरीके से नहीं किया जाता है, तो बोटॉक्स अप्राकृतिक परिणाम और पलकें झुकना, चेहरे पर असमान परिणाम जैसी जटिलताओं को जन्म दे सकता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।