diet for healthy liver: लिवर हमारे शरीर का एक जरूरी और मेहनती अंग है, जो हर दिन चुपचाप सैकड़ों जरूरी कार्यों को अंजाम देता है। लिवर के जरूरी कामों की बात करें तो ये टॉक्सिन्स को बॉडी से बाहर निकालता है,पोषक तत्वों को प्रोसेस करता है और पाचन में मदद करता है। खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल लिवर की सेहत को बिगाड़ रहा है। देश और दुनिया में लिवर से जुड़ी बीमारियों के मरीजों की तादाम में इज़ाफा हो रहा है।
हाल के वर्षों में फैटी लिवर डिज़ीज़ (Fatty Liver Disease) के मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। एक अध्ययन के अनुसार वर्ष 2021 में यह अनुमान लगाया गया था कि दुनिया की लगभग 25% जनसंख्या नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर (NAFLD) से प्रभावित हो सकती है। हाई-फैट और प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन, मोटापा, अत्यधिक शराब का सेवन, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज़ लिवर की सेहत को बिगाड़ सकती है।
गैस्ट्रो लिवर हॉस्पिटल स्वरूप नगर कानपुर में डॉक्टर वी.के. मिश्रा ने बताया अगर आप लिवर को हेल्दी रखना चाहते हैं तो कॉफी,चाय और ग्रीन टी का सेवन पर्याप्त नहीं है, आप कुछ औषधीय गुणों से भरपूर फूड्स का भी सेवन करें जो आपके लिवर को प्रोटेक्ट करें। कुछ फूड लिवर में जमा सारी गंदगी को बाहर निकालते हैं, लिवर को हेल्दी बनाते हैं और लिवर से जु़ड़ी बीमारियों से भी बचाव करते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे लिवर फ्रैंडली फूड हैं जो हमारे लिवर के लिए हेल्दी हैं।
हल्दी औषधिय गुणों से भरपूर एक ऐसा मसाला है जिसमें सक्रिय यौगिक कर्क्यूमिन मौजूद होता है, जिसमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह पित्त के उत्पादन को उत्तेजित करता है, जो पाचन और वसा के टूटने में मदद करता है। हल्दी का नियमित उपयोग फैटी लिवर रोग, शराब या विषाक्त पदार्थों के कारण होने वाले लिवर की क्षति को कम करने में मदद कर सकता है।
लिवर की सफाई करना चाहते हैं और लिवर में जमा सारे टॉक्सिन को बाहर निकालना चाहते हैं तो आप हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। पालक, केल, सरसों के पत्ते और अरुगुला जैसी सब्ज़ियां क्लोरोफिल और एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर होती हैं, जो शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बेअसर करने में मदद करती हैं। ये सब्ज़ियां पित्त के उत्पादन को बढ़ाती हैं, जिसका उपयोग लिवर अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के लिए करता है। हरी पत्तेदार सब्ज़ियों में मैग्नीशियम और पौधों से मिलने वाला आयरन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो लिवर की कोशिकाओं के कार्य और रिजेनेरेशन में सहायक होता हैं।
लहसुन में सल्फर यौगिक प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं जो लिवर में ऐसे एंजाइम्स को सक्रिय करता हैं जो शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इसके अलावा लहसुन में सेलेनियम नामक एक खनिज भी होता है, जो लिवर की एंटीऑक्सीडेंट सुरक्षा को मज़बूत करता है। लहसुन का नियमित सेवन लिवर में चर्बी को कंट्रोल करता है। लहसुन का सेवन लिवर की सूजन व ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को घटाकर लिवर फाइब्रोसिस से भी सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
चुकंदर बीटाइन्स, नाइट्रेट्स और फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है, जो लिवर को डिटॉक्स करने और सूजन को कम करने में मदद करता हैं। यह ऐसे एंजाइम्स के उत्पादन को बढ़ाता है जो शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को तोड़ने और ब्लड को शुद्ध करने में मददगार होते हैं। चुकंदर का सेवन करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जो लिवर के सही कार्य और ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए बेहद ज़रूरी है।
फास्टिंग शुगर हाई रहता है तो इन 4 फूड्स को रोज खा लें, बिना दवा के दिन भर Blood Sugar रहेगा नॉर्मल, भूख भी होगी कंट्रोल। इन फूड्स की पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।