जवानी उम्र का वो हसीन दौर होता है जब इंसान अपनी ख़ूबसूरती की बुलंदियों पर होता है। इस फेज़ में बाल घने और स्याह होते हैं, चेहरा ताजगी से दमकता है और स्किन में एक ख़ास कशिश और तनाज़ु होता है। ये वो उम्र है जिसमें जिस्मानी ख़ूबसूरती चर्म पर होती है। हर इंसान इस उम्र को अपनी मुट्ठी में कैद करके रखना चाहता है और ये तेजी से गिरफ्त से बाहर होती रहती है। शेफाली जरीवाला जिनकी हाल ही में मौत हुई है, वो भी लम्बी उम्र तक जवान रहने की चाहत रखती थी। माना जाता है शेफाली एंटी एजिंग दवाओं का सेवन करती थी जिसकी वजह से उनका बीपी ज्यादा लो हो गया और हार्ट अटैस से उनकी मौत हो गई। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु ने बताया लम्बी उम्र तक जवान रहने के लिए आप एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट्स कराने के बजाए योग करें और कुछ नेचुरल चीजों का सेवन करें तो आप हमेशा जवान रहेंगे।

आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया कुछ लोगों पर उम्र का असर बिल्कुल नहीं दिखता और कुछ उम्र से पहले ही बूढ़े हो जाते हैं। लेकिन आप जानते हैं कि आप बुढ़ापे की रिवर्स कर सकते हैं और इसे बढ़ती उम्र में भी टाल सकते हैं।

आपको जवान रखने में आपका लाइफस्टाइल, फिजिकल एक्टिविटी, तनाव कंट्रोल, डाइट और अच्छी नींद लेना जरूरी है। उम्र बढ़ने पर चेहरे पर झुर्रियां आने का डर सताता है तो आप दवा से नहीं बल्कि डाइट से इसे कंट्रोल करें। कुछ फूड्स हमारी बॉडी पर एंटी एजिंग ड्रग का काम करते हैं। अगर इसका  रोज सेवन किया जाए तो आसानी से बुढ़ापा को टाला जा सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि नेचुरल तरीके से कैसे बढ़ती उम्र तक जवान रह सकते हैं।

 उम्र के असर को कम करने वाला सुपरफूड है मछली

ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर मछली का नियमित सेवन उम्र बढ़ने के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। सैल्मन, मैकेरल, सार्डिन, ट्राउट और सिंघाड़ा जैसी मछलियां EPA और DHA जैसे बेहतरीन ओमेगा-3 फैटी एसिड का प्रमुख स्रोत हैं। ये फैटी एसिड न सिर्फ दिल को हेल्दी रखते हैं, बल्कि शरीर में ट्राइग्लिसराइड का स्तर भी कम करते हैं और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। बढ़ती उम्र में मछली का सेवन सेहत के लिए उपयोगी होता है। यह अल्जाइमर जैसी न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के खतरे को कम करता है। हफ्ते में दो से तीन बार मछली का सेवन करें बढ़ती उम्र में भी शरीर जवान और सेहतमंद रहेगा।

अलसी के बीज किसी सुपरफूड से कम नहीं हैं। ये छोटे-छोटे बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड, घुलनशील फाइबर और कई तरह के प्लांट यौगिकों से भरपूर होते हैं जो न सिर्फ पाचन को ठीक रखते हैं बल्कि स्किन को भी जवान बनाते हैं। इन सीड्स में मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण शरीर में सूजन को कम करते हैं, जिससे दर्द में राहत मिलती है। पोषक तत्वों से भरपूर अलसी के बीजों का सेवन रोजाना उसका पाउडर बनाकर करने से स्किन पर उम्र बढ़ने का प्रभाव कम होता है और शरीर लंबे समय तक हेल्दी और जवान दिखता है।

आप बढ़ती उम्र में भी जवान और सेहतमंद रहना चाहते हैं तो चिया सीड्स को अपनी डाइट का हिस्सा बना लें। ये छोटे-छोटे बीज प्लांट-बेस्ड ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो एजिंग की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करते हैं। चिया सीड्स बालों, त्वचा, दिल, आंखों और दिमाग सभी के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। शाकाहारी लोगों के लिए ये सीड्स बेहतरीन वैकल्पिक स्रोत हैं। ये सीड्स स्किन को हाइड्रेट रखते हैं और पाचन को मजबूत करते हैं। इन दानों के अंदर मौजूद शक्तिशाली एंटी-इंफ्लामेटरी तत्व उम्र के असर को कम करने और शरीर को भीतर से हेल्दी बनाए रखने में मददगार होते हैं।

दिन में भिगो दें चिया सीड्स और सोने से पहले पी लें उसका पानी, सुबह उठते ही पेट हो जाएगा साफ, वजन रहेगा कंट्रोल। इन सीड्स का सेवन सेहत पर कैसा करता है असर पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।