Air India Plane Crash: लंदन जा रहा एअर इंडिया का विमान (AI-171) 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे की जांच अभी भी चल रही है। फ्लाइट AI171 अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही पल के बाद अपनी ऊंचाई खोने लगी और 625 फीट पर पहुंचने के कुछ ही समय बाद 475 फीट प्रति मिनट की स्पीड से नीचे उतरी, पायलट सुमीत सभरवाल और को-पायलट क्लाइव कुंदर ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को “Mayday” कॉल किया। हालांकि, ATC द्वारा कॉकपिट से संपर्क करने के सभी प्रयास अनुत्तरित (Unanswered) रहे।
अब इसमें एक नया अपडेट सामने आया है, जो यह बताने हैं कि क्यों कम्यूनिकेशन स्थापित नहीं हुआ। ब्लूमबर्ग ने जांच से परिचित लोगों का हवाला देते हुए बताया कि “Mayday” कॉल और दुर्घटना के बीच सिर्फ 15 सेकंड थे। इस कम समय का मतलब था कि ATC के पास प्रतिक्रिया देने के लिए सिर्फ 15 सेकंड थे।
“Mayday… no thrust, losing power, unable to lift,” सभरवाल का ATC को अंतिम Mayday मैसेज पढ़ा, जिनके पास 8,200 घंटे से ज्यादा उड़ान का अनुभव है। इसके कुछ सेकंड बाद, एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बाबा रामदेव को बड़ा झटका!
किसी भी विमान की MAYDAY CALL एक इमरजेंसी मैसेज होता है। यह मैसेज पायलट अपने करीबी ATC को भेजता है। जब प्लेन क्रैश, यात्रियों या क्रू की जान को खतराविमान का इंजन फेल या हवा में टकराव का खतरा होता है या हाईजैक स्थिति जैसी बनती है, तुरंत नजदीकी ATC को पायलट MAYDAY कॉल भेजता है। MAYDAY CALL का अर्थ होता है कि तुरंत सहायता की जरूरत है। इस कॉल के तहत रेडियो पर तीन बार बोला जाता है- MAYDAY, MAYDAY, MAYDAY… शेयर बाजार में तेजी के साथ शुरुआत
Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB), जो स्वतंत्र रूप से दुर्घटना की जांच कर रहा है, उसने संभावित कारणों को बेहतर ढंग से समझने के लिए दृश्य को फिर से बनाया। इसके लिए, पायलटों ने लैंडिंग गियर नीचे होने और विंग फ्लैप को अंदर खींचने जैसी समान स्थितियों का इस्तेमाल करते हुए एक फ्लाइट सिम्युलेटर का इस्तेमाल किया। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि उन्होंने पाया कि इन सेटिंग्स के कारण ही दुर्घटना नहीं हुई।
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने जांचकर्ताओं का हवाला देते हुए बताया कि यह तब हुआ जब मामले की शुरुआती जांच में प्लेन के आपातकालीन पावर सिस्टम, जिसे राम एयर टर्बाइन (RAT) के रूप में जाना जाता है, इसको पायलटों द्वारा सक्रिय किए जाने के कारण डबल इंजन की विफलता का सुझाव दिया गया।
चूंकि RAT सक्रिय था, इसलिए यह संकेत देता है कि या तो इंजन की पावर चली गई थी या पूरी तरह से इलेक्ट्रिसिटी फेलियर था। जबकि डबल इंजन की विफलता अत्यंत दुर्लभ है, जांचकर्ताओं ने उस संभावना से इनकार नहीं किया है।