Opration Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने भारतीय संपत्तियों का लाइव डेटा साझा किया और तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन मुहैया कराए। उप सेना प्रमुख के इस बयान पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि पाकिस्तान एक चुनौती है, जिसे चीन द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।
जयराम रमेश ने कहा कि उप सेना प्रमुख ने जो कहा है, वह एक अहम खुलासा है। हमारा और सभी विशेषज्ञों का मानना था कि ऑपरेशन सिंदूर में चीन और पाकिस्तान के बीच एक नई जुगलबंदी देखने को मिली और इसका असर हम पर भी पड़ा, लेकिन औपचारिक तौर पर जो खुलासा हुआ। उससे आज साफ हो गया है कि ये पाकिस्तान वायुसेना से नहीं,चीन से युद्ध था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि चीन ने पाकिस्तानी वायुसेना पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है, इसलिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस बार-बार मांग कर रही है कि इस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चर्चा होनी चाहिए ताकि सामूहिक संकल्प बने।
जयराम रमेश ने दावा किया कि चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच मीटिंग हुई है। चीन की तरफ से भारत को घेरने की कोशिश की जा रही है। इन मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 21 तारीख से संसद का सत्र शुरू होने वाला है और हमें जानकारी मिली है कि इसे 4 दिन और बढ़ा दिया गया है, तो समय की कमी नहीं है, कई मुद्दे हैं जिन पर चर्चा होनी चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर को कैसे रोका गया? राष्ट्रपति ट्रम्प ने 17 बार दावा किया कि उन्होंने इसे रोका, तो क्यों रोका, कैसे रोका? इस पर चर्चा होनी चाहिए। अब से लेकर 21 जुलाई के बीच हो सकता है अमेरिका के साथ व्यापार को लेकर कोई समझौता हो उसपर चर्चा होनी चाहिए। कई मुद्दे हैं, इन सभी पर चर्चा होनी चाहिए।
जयराम रमेश ने संसद सत्र से पहले 19 जुलाई को सर्वदलीय बैठक पर कहा कि हम सर्वदलीय बैठक में जाते हैं, यह डेढ़ घंटे तक चलती है। जे.पी. नड्डा आते हैं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आते हैं, किरेन रिजिजू आते हैं। सब लोग अपनी बात बोलते हैं, वे इसे नोट करते हैं लेकिन कुछ नहीं होता क्योंकि जो लोग इसे करवाने वाले हैं, गृह मंत्री और प्रधानमंत्री, वे आते नहीं हैं। ये सिर्फ़ औपचारिकता है, हम बैठक में जाएंगे। हमारी तरफ़ से हम इन मुद्दों पर चर्चा की मांग करेंगे, समय की कोई कमी नहीं है, जब इतनी गंभीर चुनौतियां हैं, सामरिक चुनौतियां हैं – चीन, पाकिस्तान, अमेरिका, बांग्लादेश, आर्थिक मुद्दे, बेरोज़गारी, हम इन मुद्दों पर अपनी बात रखते हैं लेकिन कुछ नहीं होता।
‘ऑपरेशन सिंदूर में भारत का तीन विरोधियों से हुआ सामना’, डिप्टी आर्मी चीफ ने चीन – तुर्किये को लेकर कही बड़ी बात
बता दें, इससे पहले डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (कैपेबिलिटी डेवलपमेंट एंंड सस्टेनेंस) लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह ने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि बेशक भारत पश्चिमी सीमा पर एक दुश्मन से लड़ रहा था, लेकिन वास्तव में हकीकत यह है कि वह तीन विरोधियों का सामना कर रहा था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमारे सामने था और चीन उसे हर संभव मदद पहुंचा रहा था।
लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के पास उसके मिलिट्री हार्डवेयर का 81% चाइनीज है। भारत – पाकिस्तान के बीच हुए संंघर्ष में चीन अपने हथियारों का अन्य वेपन सिस्टम के सामने टेस्ट करने में सक्षम रहा। इसलिए यह उनके लिए एक लाइव लैब की तरह रहा। तुर्की ने भी उन्हें हर तरह की सपोर्ट दी। तुर्की ने संघर्ष के दौरान उन्हें न सिर्फ ड्रोन बल्कि प्रशिक्षित (trained) लोगों के जरिए भी मदद की।
इस दौरान जो सबसे खास बात उन्होंने बताई वह यह कि जब पाकिस्तान के साथ DGMO लेवल की बातचीत चल रही थी, तब उसे भारत के महत्वपूर्ण वेक्टर्स की जानकारी थी। यह जानकारी उसे चीन द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही थी। उन्होंने कहा कि हमें इसपर तेजी से काम करना होगा। हमें एक मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम की जरूरत है। वहीं, पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी उस देश में गए हैं, जहां 50 सालों में कोई प्रधानमंत्री नहीं गया। पढ़ें…पूरी खबर।