इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले दिन गुरुवार (10 जुलाई) को भारत को बड़ा झटका लगा। लंच के बाद जसप्रीत बुमराह की गेंद रोकने के प्रयास में विकेटकीपर ऋषभ पंत चोटिल हो गए। वह काफी दर्द में दिखे और उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली।
पंत की चोटिल होने इसलिए भी भारत के लिए बड़ा झटका है क्योंकि वह बल्ले से शानदार फॉर्म में हैं। लीड्स में पहले टेस्ट के दौरान दोनों पारियों में पंत ने शतक जड़ा था। इसके बाद बर्मिंघम में उन्होंने दूसरी पारी में अर्धशतक जड़ा था। पंत की चोट गंभीर हुई और वह मैच से बाहर होते हैं तो भारत को इस मैच में 10 बल्लेबाजों के साथ खेलना पड़ेगा।
ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग तो कर सकते हैं, लेकिन प्लेइंग 11 में जगह नहीं ले पाएंगे। क्रिकेट में केवल कनकशन होने यानी सिर पर चोट लगने पर ही प्लेइंग 11 में खिलाड़ी को रिप्लेस किया जा सकता है। 2017 से पहले विकेटकीपर के चोटिल होने पर विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी प्लेइंग 11 में शामिल खिलाड़ी को संभालनी पड़ती थी।
विकेटकीपर की जगह उतरने वाल सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी फील्डिंग ही कर पाता था। हालांकि, भारतीय टीम की प्लेइंग 11 में केएल राहुल शामिल हैं। वह विकेटकीपिंग कर सकते हैं, लेकिन वह ओपनर भी हैं। ऋषभ पंत की चोट की बात करें तो 34वें ओवर की पहली गेंद पर चोट लगी।
बुमराह ने लेग स्टंप से बाहर गेंद की। पंत ने गेंद को रोकने के लिए डाइव लगाई, वह गेंद कैच नहीं कर पाए। बाय के 2 रन आए और पंत दर्द में दिखे। फिजियोथेरेपिस्ट ने उंगली पर स्प्रे किया तो औ वह दर्द में कूदने लगे। उसकी उंगलियों पर पहले से ही टेप लगे थे। पहले सेशन में भी उनको चोट लगी थी।