गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस ने शुक्रवार को कांवड़ यात्रा से पहले यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें 11 जुलाई से डायवर्जन और सड़कें बंद होने की बात कही गई है। अधिकारियों ने ट्रैफिक एडवाइजरी में कहा कि गाजियाबाद में 11 से 24 जुलाई 2025 तक कुछ मार्गों पर भारी वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा।
इसके साथ ही 17 जुलाई से हल्के वाहनों पर कुछ प्रतिबंध लगाए जाएंगे और कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली -मेरठ रोड और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर नाकेबंदी की जाएगी। नोटिस के अनुसार, 11 जुलाई रात 10 बजे से कुछ मार्गों पर ट्रक, बस, ट्रॉली और ट्रैक्टर जैसे भारी वाहनों को अनुमति नहीं दी जाएगी ताकि तीर्थयात्रियों की यात्रा मार्गों तक सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित की जा सके।
इसके अलावा कुछ सड़कें बताई गई तिथियों पर भारी वाहनों के लिए बंद रहेंगी, जिनमें पाइपलाइन रोड (मुरादनगर – टीला मोड़), दिल्ली-मेरठ रोड और एक्सप्रेसवे (डीएमई) मुख्य कैरिजवे, कदराबाद-दिल्ली-गाजियाबाद सीमा खंड (42.5 किमी), और NH-34 (पूर्व में NH-58) और गंगनहर पटरी कांवड़ रोड शामिल हैं।
इस बीच, पूरा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (काशी टोल प्लाजा से यूपी गेट, 56 किमी) कम से कम 23 जुलाई (सावन शिवरात्रि) तक सभी वाहनों के लिए बंद रहेगा। इसके अलावा, भारी वाहनों को यूपी गेट-डासना-ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) के माध्यम से NH-9 पर भेजा जाएगा ताकि डायवर्जन लागू होने के बाद वे हापुड़/मेरठ पहुंच सकें। पूरी तरह बंद होने के अलावा सभी मार्गों पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे सहायक लेन के माध्यम से जाया जा सकेगा।
इसके साथ ही NH‑9 पर लोनी बॉर्डर, गौर ग्रीन, खोड़ा, कालापत्थर, सेक्टर 62, छिजारसी, कनवानी से इंदिरापुरम तक भारी वाहनों की नो एंट्री रहेगी। बागपत-दिल्ली से आने वाले वाहनों का मार्ग बदलकर ट्रॉनिका सिटी-सोनिया विहार किया जाएगा। हापुड़/बुलंदशहर-गाजियाबाद-डासना ब्रिज मार्ग पर डायवर्जन बताई गई तिथियों तक लागू रहेगा।
दरअसल, कांवड़ यात्रा हिंदू महीने श्रावण के दौरान की जाने वाली एक वार्षिक तीर्थयात्रा है, जिसमें हर साल हज़ारों श्रद्धालु आते हैं जो पैदल यात्रा करके इस धार्मिक आयोजन में भाग लेते हैं। उनके मार्ग में भारी ट्रैफ़िक वाली सड़कें शामिल हैं, यही वजह है कि रात में वाहनों की आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। पढ़ें- आज का मौसम कैसा रहेगा की जानकारी