Kailash Kher performance: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में अपनी प्रस्तुति देने पहुंचे मशहूर गायक कैलाश खेर ने आध्यात्मिक शांति का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “महाकुंभ 144 साल बाद आया है। इसी पर मैंने ‘चलो कुंभ चलें’ गाना बनाया था। अब महाकुंभ 2025 के लिए दूरदर्शन ने ‘महाकुंभ है’ गीत लॉन्च किया है।” कैलाश खेर ने महाकुंभ आयोजन के महत्व पर बोलते हुए कहा कि भारत ही दुनिया भर में मानसिक शांति और आध्यात्मिकता का धाम है। उन्होंने बताया, “आज पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है। चाहे अमेरिका के बड़े उद्योगपति हों या यूरोप के वैज्ञानिक, सब सुकून के लिए प्रयागराज, अयोध्या और ऋषिकेश जैसे स्थानों का रुख कर रहे हैं।”
खेर ने कहा कि आध्यात्मिकता ही स्थायी है। उन्होंने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा, “जिन्होंने केवल बाहरी सुंदरता की तारीफ में गाने गाए, वे समय के साथ खो गए। लेकिन धर्म और आध्यात्मिकता समय से परे हैं। यही कारण है कि भारत हमेशा से मुक्ति और शांति का केंद्र रहा है।” विदेशों से महाकुंभ में आ रहे श्रद्धालुओं पर बोलते हुए कैलाश खेर ने कहा, “जिन लोगों ने अरबों-खरबों कमाए, बड़े-बड़े आविष्कार किए, वे भी जानते हैं कि असली सुकून केवल भारत में ही है। प्रयागराज का महाकुंभ वह अद्भुत संगम है, जहां शरीर, मन और आत्मा को सच्ची शांति मिलती है।”
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उन्होंने अपने गीत ‘महाकुंभ है’ और ‘महाकुंभ संगम’ के जरिए यह संदेश दिया कि जीवन के असली सुख और सुकून को पाने के लिए भारत आना अनिवार्य है। उनके अनुसार, “आप चाहे जितनी दौलत कमा लें, लेकिन आध्यात्मिक शांति के लिए आपको प्रयागराज जैसे धाम की ओर रुख करना होगा। यही है मुक्ति का असली मार्ग।”
इस बार महाकुंभ में संगीत का विशेष आयोजन हो रहा है। इसमें भक्ति संगीत के दिग्गज कलाकार श्रद्धालुओं को अपने सुरों से मंत्रमुग्ध करने पहुंच रहे हैं। गंगा पंडाल में आयोजित हो रहे इन कार्यक्रमों में शंकर महादेवन, मालिनी अवस्थी, कैलाश खेर के अलावा सोनू निगम, मैथिली ठाकुर, कविता पौडवाल, जुबिन नौटियाल और श्रेया घोषाल जैसे दिग्गज कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे।