नवी मुंबई से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां 3 जून को एक शख्स की गर्दन में उसके भाई ने तब जंग लगा चाकू घोप दिया जब वह सो रहा था। चाकू गर्दन के आर-पार होकर फंस गया था। इसके बाद शख्स ने हिम्मत दिखाई औऱ खुद एक किलोमीटर बाइक चलाकर अस्पताल पहुंचा। उसकी गर्दन से खून बह रहा था। वह दर्द में था। जब वह अस्पताल पहुंचा तो उसे देखकर लोग घबरा गए। अस्पताल में तुरंत सर्जरी शुरू की गई। आखिरकार डॉक्टरों ने उसकी जान बचा लगी। डॉक्टर्स का कहना था कि यह किसी चमत्कार से कम नहीं था। हर कोई शख्स के हिम्मत की तारीफ कर रहा था।
असल में 30 साल का तेजस पाटिल एक बिजनेसमैन है। उसके भाई मोनिश ने पारिवारिक विवाद में उसके गर्दन में चाकू से हमला कर दिया। उस वक्त तेजस अपने कमरे में सो रहा था। चाकू उसकी गर्दन के आऱ-पार हो गई मगर वह घबराया नहीं औऱ उसी हालत में बाइक चलाकर अस्पताल पहुंच गया। जहां डॉक्टरों ने उसके गले से चाकू निकाला और उसकी सर्जरी की।
डॉक्टर का कहना था कि सर्जरी खतरे से भरी थी। यह चमत्कार ही है कि बिना किसी डैमेज के घायल को बचा लिया गया। इस घटना में उसकी जान जा सकती थी या फिर वह उम्र भर अपाहिज भी हो सकता था। डॉक्टर का कहना है कि जंग लगे चाकू निकालने और डैमेज बुई ब्लड वेसेल्स को ठीक करने में करीब 4 घंटे का समय लगा। डॉक्टर्स ने चाकू को धमनियों और नसों को नुकसान पहुंचाए बिना हटा दिया था। सर्जरी के बाद पाटिल एक दिन के लिए वेंटिलेटर सपोर्ट पर था। वह खतरे से बाहर है और दो दिन बाद उसे छुट्टी मिल जाएगी।
इस मामले में तेजस पाटिल ने टीओआई को बताया कि मैं अभी भी सदमे में हूं कि मोनीश ने मुझे मारने की कोशिश की। पाटिल ने आरोप लगाया कि मोनिश को पीने की समस्या है और जब हमला हुआ तो उसके साथ उसका दोस्त महेश भी था। पाटिल ने आगे कहा कि कुछ दिनों पहले ही मोनिश उसके बिजनेस में पार्टनर बना था मगर वह बुरी संगत के कारण गंभीरता से काम नहीं करता था। फिलहाल सानपाड़ा पुलिस ने आरोपी के खिलाप भारतीय दंड संहिता के तहत ‘हत्या के प्रयास’ के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लेंगे।