संसद के बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण प्रेरक और प्रभावी था और हम सब के लिए आगे के काम करने का मार्गदर्शन भी था।
1.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा में कहा, “कांग्रेस के मॉडल में सर्वोपरि है फैमिली फर्स्ट। कांग्रेस से ‘सबका साथ सबका विकास’ के बारे में अपेक्षा करना गलती होगी। ये उनकी सोच-समझ के बाहर है और उनके रोडमैप में भी ये सूट नहीं करता। क्योंकि जब इतना बड़ा दल, एक परिवार को समर्पित हो गया है, तो उसके लिए ‘सबका साथ-सबका विकास’ संभव ही नहीं है।”
2. प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां पर ‘सबका साथ-सबका विकास’ पर बहुत कुछ कहा गया। ‘सबका साथ-सबका विकास’ तो हम सबका दायित्व है। इसलिए देश ने हम सबको यहां बैठने का अवसर दिया है। पीएम ने कहा, “मैं तीसरी बार सेवा के लिए हमें चुनने के लिए देश का आभारी हूं। भारत के लोगों ने हमारी प्रगति की नीति को परखा है और हमें वादों को पूरा करते हुए देखा है। हमने लगातार ‘राष्ट्र प्रथम’ के आदर्श के साथ काम किया है। पांच-छह दशकों तक देश के लिए कोई वैकल्पिक मॉडल नहीं था। 2014 के बाद देश को शासन का एक वैकल्पिक मॉडल मिला है। यह नया मॉडल तुष्टिकरण पर नहीं बल्कि संतुष्टि पर केंद्रित है।”
3. पीएम ने आगे कहा, “कांग्रेस ने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था, जिसमें झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार परिवारवाद, तुष्टिकरण आदि का घालमेल था। कांग्रेस के मॉडल में ‘Family First’ ही सर्वोपरि है। इसलिए, उनकी नीति-रीति, वाणी-वर्तन उस एक चीज को संभालने में ही खपता रहा है।”
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4. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “तीन दशकों से दोनों सदनों के सभी दलों के ओबीसी सांसद सरकार से ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे। इसे बार-बार नकारा गया। यह उस समय की उनकी राजनीति को शोभा नहीं देता था.दशकों के इंतजार के बाद, समुदाय की मांगों का सम्मान करते हुए, हमने इस आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। भारत के पास जो समय है, उसके पल-पल का उपयोग देश की प्रगति के लिए, जन-सामान्य के लिए हो। इसके लिए हमने Saturation का अप्रोच अपनाया। जो योजना बनें, जिनके लिए बनें, उनको उसका शत-प्रतिशत लाभ मिलना चाहिए। किसी को दिया, किसी को नहीं दिया, उस स्थिति से बाहर आकर saturation के अप्रोच की ओर हमारे काम को हमने आगे बढ़ाया है।”
5. राज्यसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, “यह अच्छी तरह से पता है कि कांग्रेस के मन में डॉ बाबा साहेब अंबेडकर के प्रति कितना गुस्सा और नफरत थी। उन्होंने कभी भी बाबा साहेब को भारतरत्न के लायक नहीं माना। लेकिन, आज मजबूरियों के कारण उन्हें ‘जय भीम’ का नारा लगाना पड़ रहा है।” पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स