छत्तीसगढ़ के महासमुंद में एक बेटे ने रात के समय अपने माता-पिता और दादी की हॉकी की स्टिक से पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद शवों को घर के पीछे ले जाकर सैनेटाइजर छिड़कर आग लगा दी। इतना ही नहीं वह खुद थाने गया और परिवार के तीनों सदस्यों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने ऐसा पैसों के लालच में किया। वह अनुकंपा नियुक्ति पर पिता की नौकरी हासिल करना चाहता था। यह मामला सिघोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम पुटका का है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

असल में 53 साल के प्रभात भोई हायर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षक थे। वे अपनी 47 साल की पत्नी, 75 साल की मां और दो बेटों के साथ पुटका गांव में रहते थे। वे खुद एक शिक्षक थे तो घर में पढ़ाई-लिखाई का मौहाल बनाना चाहते थे। उनका छोटा बेटा अमित पढ़ाई में अच्छा था। इसलिए उन्होंने उसे एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भेज दिया। वे अपने बड़े बेटे उदित को लेकर परेशान रहते थे। उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था। वह गलत संगत में पड़ गया। वह नशा करने लगा। धीरे-धीरे वह शराबी बन गया। पहले तो पिता उसे पढ़ाई के नाम पर जेब खर्च दे दिया करते थे मगर जब उन्हें उदित की सच्चाई का पता चला तो जेब खर्च देना बंद कर दिया। वे कोशिश करते थे कि उदित सुधर जाए और सही रास्ते पर आ जाए। इधर उदित को पिता की बातों का कोई असर नहीं पड़ता था। दिन प्रतिदिन वह बिगड़ता चला गया।

एक दिन उसने शराब पीने के लिए पिता से पैसे मांगे। पिता ने उसे पैसे देने से मना कर दिया। उन्होंने उसे डांट लगाई। उदित को पिता की डांस पसंद नहीं आई। उसने सोचा कि रोज-रोज डांट खाने से अच्छा है कि मैं इससे मुक्ति पा लूं। उसी रात उसने 2 से 3 बजे के करीब में अपनी हॉकी की स्टिक से सो रहे पिता पर हमला कर दिया। वह पिता पर तब तक हमला करता रहा जब तक वे मर नहीं गए। इसके बाद मां की नींद खुल गई तो उसने मां को भी मार दिया। दादी जगी तो उन्हें भी हॉकी से पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद वह तीनों लाशों को घऱ के पीछे ले गया और सेनेटाइजर छिड़कर जलाता रहा।

इतना ही नहीं उसने अपने रिश्तेदारों को पिता के फोन से मैसेज किए ताकि सभी को लगे कि वे जिंदा है। उसने पिता के फोन से अपने छोटे भाई अमित को भी मैसेज किया। उसने पिता के पैसों से एसी, बेड औऱ फोन खरीदा। इस बीच वह लोगों ने अनुकंपा नियक्ति के बारे में जानकारी ले रहा था। उसका इरादा पिता की जगह पर सराकरी नौकरी पाने का था। इसके बाद वह खुद ही पुलिस थाने गया औऱ माता-पिता औऱ दादी की मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई। इस घटना के बारे में छोटे बेटे अमित को जानकारी दी गई। वह अपने घर पहुंचा। देखा तो घर का मेन गेट बाहर से बंद था। वह पीछे के दरवाजे से घर के अंदर गया। उसने देखा कि वहां पर कुछ जलाया गया है। मानव हड्डियां बिखऱी हैं औऱ घर की दिवारों पर खून के छींटे पड़े हैं। वह समझ क्या है कि माजरा क्या है। इसके बाद वह सिंघोड़ा थाने पहुंचा। जिसके बाद उदित से पूछताछ शुरू हुई। पहले तो वह गुमराह करता रहा मगर जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो सारी सच्चाई उगल दी। फिलहाल उसे अरेस्ट कर लिया गया है।