यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जो आजकल कम उम्र में भी लोगों को परेशान कर रही है। खराब डाइट और गतिहीन जीवनशैली के कारण शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो हम सभी की बॉडी में बनते हैं। किडनी इन टॉक्सिन को आसानी से यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर निकाल देती है। यूरिक एसिड प्यूरीन नामक रसायन के टूटने से बढ़ता है। लेकिन जब यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है या कभी-कभी किडनी ठीक से काम नहीं करती है तो यह क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में इकट्ठा हो जाता है। यहीं से समस्या शुरू होती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर जोड़ों में दर्द, सूजन और किडनी में पथरी होने की परेशानी बढ़ने लगती है।
डाइट के जरिए आप बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए डाइट में लौकी को शामिल करें। रोजाना लौकी खाने से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल रहता है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट बाबा रामदेव ने बताया जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है, हड्डियों में दर्द और सूजन होती है, हड्डियों में प्यूरीन की गांठ बन जाती है ऐसे लोग रोजाना लौंकी के जूस का सेवन करें। लौकी का सेवन सब्जी बनाकर या जूस बनाकर करें तो आसानी से यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि लौकी का जूस कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है।
डाइटिशियन स्वाति सिंह ने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया है कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में लौकी का सेवन जादुई असर करता है। लौकी में विटामिन बी, विटामिन सी, आयरन, फोलेट, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे विटामिन और खनिज पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और उनसे जुड़ी समस्याओं को दूर करते हैं। लौकी में फाइबर और पानी अच्छी मात्रा में होता है, जिससे शरीर में जमा गंदगी बाहर निकालने में मदद मिलती है। लौकी शरीर को डिटॉक्सीफाई करती है और प्यूरीन को क्रिस्टल बनने से रोकती है। गठिया रोग में लौकी खाना बहुत फायदेमंद होता है और यह वजन कम करने में भी मदद करती है।
जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो बहुत कम मसाले वाली लौकी की सब्जी खा सकते हैं। लौकी का जूस यूरिक एसिड पर दवा की तरह काम करता है। लौकी का जूस बनाने के लिए लौकी को छीलकर काट लें और मिक्सर में पीस लें। इसे छानकर इसमें 1 चुटकी नमक मिलाएं और इस रस को सुबह खाली पेट पिएं। इससे यूरिक एसिड को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। आप चाहें तो लौकी का सूप, लौकी का गूदा, लौकी का रायता बनाकर भी उसका सेवन कर सकते हैं। लौकी का इस तरह सेवन करने से यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी।
मूली खाने से गैस क्यों होती है? पाचनतंत्र को दुरुस्त रखने के लिए मूली का सेवन कैसे करें इस बात की जानकारी आचार्य बालकृष्ण से दी है। आप भी पाचन और मूली से जुड़ी पूरी जानकारी लेना चाहते हैं तो लिंक पर क्लिक करें।