दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाती दिख रही है। भाजपा 27 साल के बाद दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने जा रही है। बीजेपी के लिहाज से यह चुनाव परिणाम बेहद शानदार हैं, लेकिन इन चुनाव परिणामों ने दिल्ली की राजनीति को निराशा के सागर में डूबो दिया है, क्योंकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कई बड़े चेहरे चुनाव हार गए हैं जिसका सीधा असर अब अगले 5 साल विपक्ष की आवाज पर देखने को मिलेगा।

दरअसल, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बड़े चेहरों का चुनाव हार जाना अगले 5 साल विपक्ष की कमजोर आवाज का प्रतीक बनेगा। आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जैसे बहुत बड़े चेहरे यह चुनाव हार गए हैं तो वहीं कांग्रेस से भी प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव और अलका लांबा जैसे बड़े नेता भी चुनाव नहीं जीत पाए।

इन नेताओं के हारने से ये लोग अब विधानसभा में नजर नहीं आएंगे, जिसका मतलब है कि विपक्ष को सदन में अपनी आवाज बुलंद करने के लिए किन्हीं नए चेहरों को आगे लाना होगा और फिर कहते हैं न कि राजनीति में जनता की आवाज विपक्ष ही बनता है तो ऐसे में विपक्ष अगर कमजोर पड़ता है तो यह जनता के लिए भी वीक पॉइंट होगा।

नई दिल्ली सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 4089 वोटों के अंतर से हार गए। बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने उन्हें मात दी। केजरीवाल 2013 से इस सीट पर चुनाव जीतते आ रहे थे। उन्होंने यहीं से कांग्रेस की दिग्गज नेता और तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी हराया था, लेकिन इस बार सत्ता विरोधी लहर के चलते उन्हें इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा। केजरीवाल के साथ-साथ नई दिल्ली सीट से शीला दीक्षित के बेटे और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित की भी हार हुई है। वह तीसरे स्थान पर रहे।

दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया जंगपुरा से चुनाव हार गए। बीजेपी के तरविंदर मारवाह ने उन्हें 700 के करीब वोटों के अंतर से हरा दिया। 2013 से यह सीट आम आदमी पार्टी के पास थी, लेकिन इस बार पार्टी ने प्रवीण कुमार को हटाकर मनीष सिसोदिया को यहां से उम्मीदवार बनाया था। सिसोदिया पटपड़गंज से पिछला चुनाव लड़े और जीते थे।

शकूरबस्ती बस्ती सीट से पूर्व कैबिनेट मंत्री और आप नेता सत्येंद्र जैन चुनाव हार गए हैं। इस सीट पर भाजपा के करनैल सिंह ने उन्हें 20,998 वोटों के अंतर से हरा दिया है। सत्येंद्र जैन 2013, 2015 और 2020 में लगातार यहां से विधायक बने थे।

सोमनाथ भारती मालवीय नगर से हारे, सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश से हारे, राखी बिड़लान मादीपुर से हारीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष समयपुर बादली से देवेंद्र यादव हारे, कालकाजी से अलका लांबा भी चुनाव हार गईं।