PM Modi Stress Free Tips: बोर्ड परीक्षाएं आ रही हैं, इसको ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने आज सोमवार यानी 10 फरवरी को ‘परीक्षा पे चर्चा’ (Pariksha Pe Charcha 2025) के आठवें संस्करण में छात्रों के साथ बात की। पीएम मोदी ने बच्चों को परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन और तनाव मुक्त रहने की टिप्स दीं। बता दें कि पीएम मोदी अक्सर हेल्दी और फिट रहने की टिप्स देते रहते हैं। इससे पहले उन्होंने इसी साल जनवरी में मोटापे की बढ़ती समस्या पर गंभीर चिंता जताई थी और फिटनेस के महत्व समझाए थे।

‘परीक्षा पे चर्चा’ के आठवें संस्करण में प्रधानमंत्री मोदी ने बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के साथ बातचीत की। इस दौरान पीएम ने स्ट्रेस मैनेजमेंट और करियर प्लानिंग आदि पर छात्रों के सवालों के जवाब दिए। इस साल के ‘परीक्षा पे चर्चा’ के लिए 3.30 करोड़ से अधिक छात्र, 20 लाख शिक्षक और 5.51 लाख से अधिक पैरेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था।

पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि परीक्षा की अच्छी तैयारी के लिए हेल्दी और फिट रहना बहुत ही आवश्यक है। इसके लिए पढ़ाई के साथ-साथ अच्छी नींद लेना काफी जरूरी है। उन्होंने कहा कि गूगल पर देखकर नहीं खाना चाहिए, बल्कि जो भी हेल्दी चीजें हैं उन्हें खानी चाहिए। पेरेंट्स जो चीजें खिलाते हैं वे खाएं और हेल्दी रहें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लिखने की आदत बहुत आवश्यक है, इसके लिए आप चाहे कुछ भी लिखें, क्योंकि आदत अपने विचारों को बांधने वाली है।

पीएम मोदी ने बच्चों को मन को शांत रखने की टिप्स भी बताई हैं। उन्होंने बच्चों को बताया कि बिना मतलब की बातें करने की बजाय खुद पर फोकस करना चाहिए। अन्य चीजों के बारे में ज्यादा बात करेंगे और सोचेंगे तो मन भटक सकता है। इसके लिए ध्यान लगाना बेहद आवश्यक है।

पीएम मोदी ने कहा कि कभी भी किताबी कीड़ा न बनें, लेकिन ज्ञान प्राप्त करने के लिए कभी भी पीछे नहीं हटें। उन्होंने कहा कि इंसान को हमेशा कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए।

पीएम ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ रिलैक्स भी बहुत जरूरी है। बच्चों को अपनी पसंद की चीजें करनी चाहिए। इससे मन भी शांत रहेगा और शरीर पर फिट रहेगा।

पीएम ने बच्चों परीक्षा के तनाव को दूर करने की टिप्स दी और बच्चों से ही इसका जवाब लिया। उन्होंने कहा कि ये हमारे दिमाग में घुस गया है कि नंबर नहीं आए तो बर्बाद हो जाएंगे और पेरेंट्स को भी नहीं समझा सकते, लेकिन इसका जवाब खुद से निकालना होगा। उन्होंने कहा कि जैसे क्रिकेटर स्टेडियम में बैठे लोगों के चिल्लाने और छक्के-चौके लगाने की डिमांड की परवाह किए बिना भी एक क्रिकेटर अपना गेम खेलता है। उसी तरह आपको भी अपनी पढ़ाई करनी चाहिए। पढ़ाई का प्रेशर नहीं लेना चाहिए, बल्कि रिलैक्स माइंड से ध्यान पढ़ाई में लगाना है।