ओडिशा में कटक के बाराबती स्टेडियम में इंग्लैंड और भारत के बीच दूसरा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच ‘फ्लडलाइट’ में खराबी के कारण करीब 30 मिनट तक बाधित रहा। इसे लेकर राज्य सरकार बहुत गंभीर है। खेल निदेशक सिद्धार्थ दास ने इस संबंध में ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन से जवाब मांगा है। जवाब दाखिल करने की समय सीमा 10 दिन तय की है।

सिद्धार्थ दास की ओर से 10 फरवरी 2025 को जारी पत्र में कहा गया है, कटक के बाराबती स्टेडियम में 9 फरवरी 2025 को भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे एकदिवसीय मैच के दौरान एक फ्लडलाइट बंद हो गई थी और मैच रोकना पड़ा था। इस घटना के कारण करीब 30 मिनट का खेल बाधित हुआ। इससे मैच खेल रहे खिलाड़ियों और मुकाबला देखने के लिए आये दर्शकों को असुविधा का सामना करना पड़ा।

पत्र में लिखा है, ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन को इस असुविधा के कारणों को लेकर विस्तृत स्पष्टीकरण दाखिल करने का निर्देश दिया जाता है। ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन यह चिह्नित करे कि ऐसी लापरवारी के पीछे किन लोगों/एजेंसियों का हाथ है और भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हों इसे रोकने के लिए क्या उपाय किए जाएंगे। पत्र प्राप्त होने के 10 दिन के भीतर अपना स्पष्टीकरण दाखिल करें।

इससे पहले भारत बनाम इंग्लैंड दूसरे एकदिवसीय मैच के बाद ओडिशा के खेल मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा था कि सरकार ओडिशा क्रिकेट संघ (ओसीए) से स्पष्टीकरण मांगेगी। सूर्यवंशी सूरज ने जब यह बयान दिया था तब वह मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों के साथ स्टेडियम में मौजूद थे।

सूर्यवंशी सूरज ने कहा था, ‘फ्लडलाइट में गड़बड़ी के बारे में ओसीए से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। ओसीए द्वारा सभी सावधानियां बरतने और व्यापक पूर्व व्यवस्था करने के बावजूद यह घटना हुई।’ हालांकि, ओसीए सचिव संजय बेहरा ने कहा कि हर फ्लडलाइट टावर को दो जनरेटर से जोड़ा गया था।

संजय बेहरा ने मैच के बाद कहा था, ‘जब एक जनरेटर खराब हो गया, तो हमने दूसरा जनरेटर चालू कर दिया, लेकिन जनरेटर को हटाने में कुछ समय लगा, क्योंकि टावर और दूसरे जनरेटर के बीच में खिलाड़ियों के वाहन खड़े थे।’ इस बीच, स्टेडियम में मौजूद बाराबती-कटक से कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने फ्लडलाइट में आई गड़बड़ी की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘बाराबती स्टेडियम में जो कुछ हुआ, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।’