भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुनी गई अपनी शुरुआत टीम में बदलाव किया है। मैनेजमेंट ने तेज गेंदबाज जसप्रीत की जगह हर्षित राणा को मौका मिला वहीं यशस्वी जायसवाल को बाहर किया और वरुण चक्रवर्ती को मौका दिया है। वरुण की एंट्री के बाद टीम में अब पांच स्पिनर्स हैं। पूर्व भारतीय गेंदबाज अश्विन यह समझ नहीं पा रहे हैं कि भारत को पांच स्पिनर्स के साथ दुबई जाने की क्या जरूर है।
चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान के पास है। हालांकि भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी। वह अपने सारे मैच दुबई में खेलने वाली है। अगर वह सेमीफाइनल या फाइनल में जगह बनाती है तो भी उसके मैच दुबई में ही होंगे। दुबई की कंडीशंस को देखकर अश्विन को ऐसा नहीं लगता है कि भारत को अपने स्क्वाड में पांच स्पिनर्स की जरूरत थी।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि हम दुबई में कितने स्पिनर ले जा रहे हैं। पांच स्पिनर और हमने यशस्वी जायसवाल को बाहर बैठा दिया है। हां, मैं समझता हूँ कि हम एक दौरे के लिए तीन या चार स्पिनर ले जाते हैं। लेकिन दुबई में पांच स्पिनर? मुझे नहीं पता। मुझे लगता है कि हम दो नहीं तो एक स्पिनर ज़्यादा हैं।’
प्लेइंग इलेवन पर बात करते हुए अश्विन ने कहा, ‘स्पिनर्स को दुबई ले जाकर क्या करेंगे? दो बाएं हाथ के स्पिनर आपके सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं। इसलिए अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा दोनों खेलने जा रहे हैं। हार्दिक भी खेलेंगे और कुलदीप भी खेलेंगे। अगर आप वरुण चक्रवर्ती को टीम में चाहते हैं, तो आपको एक पेसर को बाहर बैठाना होगा और हार्दिक को अपने दूसरे पेसर के रूप में इस्तेमाल करना होगा। नहीं तो आपको तीसरे सीमर को लाने के लिए एक स्पिनर को बाहर करना होगा।’
अश्विन ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि कुलदीप यादव के टीम में आने पर कोई संदेह है। तो आप वरुण के लिए जगह कैसे बनाएंगे। क्या वह अच्छी गेंदबाजी कर रहा है? बेशक। या तो आप वरुण और कुलदीप को जोड़ी के रूप में लाएं, जो मुझे लगता है कि अच्छा होगा। लेकिन मेरा सवाल यह है कि क्या दुबई में आप गेंद के टर्न होने की उम्मीद कर रहे हैं? हाल ही में हुए ILTO में हमने देखा कि दुबई में गेंद उतनी टर्न नहीं हो रही थी और टीमें आसानी से 180 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थीं। मैं टीम के साथ थोड़ा असहज महसूस करता हूं।”