Indian Army: पाकिस्तान की तरफ से एक बार फिर से सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में रविवार को नियंत्रण रेखा के पार से भारतीय चौकी पर गोलीबारी की। भारतीय सेना की ओर से कहा गया कि कोई भी सुरक्षाबल हताहत नहीं हुआ है और हमने गोलीबारी को करारा जवाब दिया है। यह घटना जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सुबह करीब 11 बजे हुई।

सेना के अधिकारियों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “आज सुबह करीब 11 बजे, पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में एलओसी के पार भारतीय चौकी पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। इस गोलीबारी में कोई हताहत नहीं हुआ।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से किए गए हमले में करीब 18 राउंड छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग के जवाब में भारतीय सेना ने 60 राउंड फायरिंग की। कछ समय तक मुठभेड़ चली, जिसके बाद भारतीय सेना ने संवेदनशील सीमा क्षेत्र में चौकसी कड़ी कर दी।

‘मैं अपनी जिंदगी…’ निषाद पार्टी युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश सचिव ने किया सुसाइड, योगी सरकार के मंत्री पर लगाए गंभीर आरोप

यह गोलीबारी नक्करकोट स्थित पाकिस्तानी फॉरवर्ड डिफेंसिव लोकेशन (एफडीएल) से शुरू हुई, जिसका संचालन रावलकोट स्थित दो पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) ब्रिगेड के अंतर्गत 24 एके बटालियन करती है। अधिकारियों ने कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि गोलीबारी के पीछे पाकिस्तानी सेना का हाथ है या फिर जंगल में छिपे आतंकवादी घुसपैठ के मौके की तलाश में थे।

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में हुए IED ब्लास्ट में भारतीय सेना के दो वीर जवान शहीद हो गए। यह घटना उस समय हुई जब सेना के जवान सीमा पर गश्त लगा रहे थे। इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में शीर्ष स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद नियंत्रण रेखा के पास सेना और भीतरी इलाकों में सुरक्षा बलों ने गश्त और तेज कर दी। गृह मंत्री ने निर्देश दिया था कि सुरक्षा बलों को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के प्रति जीरो घुसपैठ और जीरो टॉलरेंस सुनिश्चित करनी चाहिए।

यह भी पढ़ें-

Mohan Bhagwat West Bengal Visit: भागवत ने बताया क्या चाहता है RSS; किस लक्ष्य पर काम कर रहा संघ?

‘सामाजिक न्याय’ की पिच पर आगे बढ़ रही कांग्रेस, AICC की नई लिस्ट में OBC चेहरों को तरजीह, दलित-मुस्लिम-आदिवासियों को कितनी जगह?