खराब लाइफस्टाइल, खानपान और तनाव के चलते शरीर में कई बीमारियां घर कर रही हैं। भारत में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। अब कम उम्र में भी लोग इसके शिकार हो रहे हैं। 25 से 40 की उम्र के लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है। हाई बीपी को हाइपरटेंशन भी कहा जाता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, लंबे समय तक हाई बीपी शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है, जो शरीर की नसों को प्रभावित करती है। हाई बीपी के कारण हार्ट को रक्त पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसके चलते हार्ट रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। ब्लड प्रेशर को मिमी एचजी में मापा जाता है। अगर, आपका बीपी 130/80 मिलीमीटर पारा (मिमी एचजी) या इससे अधिक है, तो आपको हाई बीपी है। नई दिल्ली AIIMS के मेडिसिन विभाग में एडिशनल प्रोफेसर डॉ नीरज निश्चल ने हाई बीपी के लक्षण और बचाव बताए हैं।
बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट के एंडोक्राइनोलॉजी एवं ओबेसिटी मेडिसिन विभाग के डॉ. साकेत कांत के मुताबिक, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को स्वस्थ एवं संतुलित आहार की जरूरत होती है। यह आहार योजना ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है। ऐसे में अगर उनके डाइट प्लान की बात करें तो सुबह नाश्ते में ओट्स या दलिया, फल, नट्स खाएं और साथ ही कम फैट वाला दूध या दही लें।
हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को दोपहर के भोजन में सब्जियां और फल खाने चाहिए। साबुत अनाज की रोटी खाएं। कम वसा वाले प्रोटीन खाएं। हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को मांस, डेयरी उत्पाद, फास्ट फूड और हाई चीनी वाले फूड्स से बचना चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए आहार के साथ-साथ व्यायाम भी आवश्यक है। इसके लिए आप योग और ध्यान भी कर सकते हैं। अपने रक्तचाप की नियमित जांच करें। यदि आप इसके लिए दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लिए बिना इसे बंद न करें। अपने डॉक्टर से सलाह लेना और अपने स्वास्थ्य को बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
वहीं, उम्र के हिसाब से कोलेस्ट्रॉल का स्तर क्या होना चाहिए? क्योंकि, शरीर में जब कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है तो इसके कारण हार्ट से संबंधी बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।