महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए नया कदम उठाया है। सरकार ने सोमवार को मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए मुंबई में रेलवे पुलिस के तहत चार नए पुलिस स्टेशन स्थापित करने को मंजूरी दे दी। गृह विभाग द्वारा जारी सरकारी संकल्प (GR) के अनुसार, नए पुलिस स्टेशन लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) और भयंदर, अंबरनाथ और आसनगांव रेलवे स्टेशनों पर बनाए जाएंगे।
सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) ने पहले इन नए पुलिस स्टेशनों की स्थापना के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा था। रेलवे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मीरा रोड-भायंदर और मुंबई उपनगरीय रेलवे नेटवर्क पर बढ़ते यात्री भार और इन खंडों पर बढ़ते अपराधों के मद्देनजर नए पुलिस स्टेशन बनाने का निर्णय लिया गया।
रेलवे पुलिस के अधिकार क्षेत्र में दर्ज किए गए अधिकांश अपराध मोबाइल और सामान की चोरी और जेबकतरी से संबंधित हैं। रेलवे स्टेशनों पर महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के मामले भी सामने आए हैं। अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा रेलवे पुलिस स्टेशन काफी दूर स्थित हैं, जिससे यात्री अपराधों की रिपोर्ट करने से कतराते हैं।
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उदाहरण के लिए, सेंट्रल रेलवे (सीआर) लाइन पर, कल्याण के बाद कसारा रेलवे स्टेशन पर सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) का स्टेशन है- उनके बीच की दूरी 67-70 किमी है जो 12 स्टेशनों को कवर करती है। इसी तरह, पुणे लाइन की ओर कल्याण के बाद अगला रेलवे पुलिस स्टेशन कर्जत में है जो 46 किमी दूर है।
पश्चिमी रेलवे (WR) लाइन पर बोरीवली जीआरपी स्टेशन और वसई जीआरपी स्टेशन के बीच की दूरी 17 किलोमीटर है। लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) या कुर्ला टर्मिनस बाहरी ट्रेनों के लिए एक प्रमुख यात्री केंद्र के रूप में उभरा है, जहाँ बड़ी भीड़ होती है। वर्तमान में, कुर्ला रेलवे पुलिस स्टेशन टर्मिनस की सुरक्षा का प्रभारी है जो लगभग आधा किलोमीटर दूर है। राज्य सरकार के अधीन जीआरपी जहां इन प्लेटफार्मों पर दैनिक अपराधों के मामलों को संभालती है, वहीं केंद्र के अधीन आने वाला रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) भी रेलवे स्टेशनों पर मौजूद रहता है। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स