Who is Shama Mohamed: इंडियन क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर कांग्रेस की महिला प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद के बयान से सियासी घमासान मच गया है। शमा मोहम्मद ने रोहित शर्मा को ‘मोटे’ खिलाड़ी बताते हुए उन्हें वजन कम करने की सलाह दी थी। जिसके बाद सोशल मीडिया पर एक नई बहस छिड़ गई। हालांकि कांग्रेस ने उनके बयान से किनारा कर लिया है।
शमा मोहम्मद ने एक्स पर लिखा, ‘रोहित शर्मा एक खिलाड़ी के तौर पर मोटे हैं। उन्हें वजन कम करने की जरूरत है। साथ ही वह भारतीय टीम के अब तक के सबसे निराशाजनक कप्तान हैं। एक और पोस्ट में उन्होंने कहा कि गांगुली, तेंदुलकर, द्रविड़, धोनी, कोहली, कपिल देव, शास्त्री जैसे पूर्व के लोगों की तुलना में उनमें ऐसा क्या है। वह एक औसत कप्तान होने के साथ-साथ औसत खिलाड़ी भी हैं, जिन्हें भारत का कप्तान होने का सौभाग्य मिला है।’
शमा के बयान पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला कड़ी प्रतिक्रिया दी। पूनावाला ने कहा कि जो लोग राहुल गांधी की कप्तानी में 90 चुनाव हार चुके हैं वे रोहित शर्मा की कप्तानी को अप्रभावी बता रहे हैं! मुझे लगता है कि दिल्ली में 6 बार शून्य पर आउट होना और 90 बार चुनाव हारना प्रभावशाली है, लेकिन टी20 विश्व कप जीतना प्रभावशाली नहीं है! वैसे कप्तान के तौर पर रोहित का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार है!
मामले के तूल पकड़ने के बाद कांग्रेस ने शमा मोहम्मद के बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज पवन खेड़ा ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद ने एक क्रिकेट दिग्गज के बारे में कुछ टिप्पणियां कीं जो पार्टी का स्टैंड नहीं हैं। उन्हें एक्स से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट हटाने के लिए कहा गया है और भविष्य में अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस खेल आइकनों के योगदान को सर्वोच्च सम्मान देती है और उनकी विरासत को कमजोर करने वाले किसी भी बयान का समर्थन नहीं करती है। हालांकि, कांग्रेस से निर्देश के बाद शमा मोहम्मद ने अपना विवादित पोस्ट डिलीट कर दिया है।
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टिप्पणी पर घमासान मचता देख शमा मोहम्मद ने सफाई देते हुए कहा कि यह खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर एक सामान्य ट्वीट था। यह बॉडी शेमिंग वाली बात नहीं थी। मुझे लगा कि वह ओवरवेट हैं, इसीलिए मैंने ट्वीट किया। मुझे बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। लोकतंत्र में बोलने का अधिकार है। मैंने सिर्फ अपनी बात रखी। मैंने जब उनकी तुलना पूर्व कप्तानों से तुलना की तो इसे भी गलत लिया गया। मेरा कहने का मतलब था कि विराट कोहली को देखिए। वह किस तरह अपने साथी खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते हैं। मैं यह भी कहूंगी कि जब भारतीय टीम पाकिस्तान से मैच हार गई थी तो कई लोग मोहम्मद शमी को निशाना बना रहे थे। विराट कोहली उस वक्त शमी के साथ खड़े रहे।
शमा मोहम्मद मूल रूप से केरल की रहने वाली हैं। वह पेशे से डेंटिस्ट हैं। उन्हें साल 2018 में पहली बार कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद शमा को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया। शमा अपने बयान और पोस्ट के जरिए सुर्खियों में बनी रहती हैं। 2019 में शमा मोहम्मद तब सुर्खियों में आई थीं, जब लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस के टिकट वितरण पर सवाल उठाए थे। तब शमा ने कहा था कि जब संसद में महिला आरक्षण बिल पेश किया गया है, ऐसे समय में कांग्रेस को केरल में ज्यादा महिलाओं को टिकट देना चाहिए था, लेकिन पार्टी ने पिछली बार (दो) की तुलना में इस बार केवल एक ही महिला को टिकट दिया।
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