लाइटहाउस जर्नलिज्म को एक अखबार की क्लिप की तस्वीर मिली जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से शेयर की जा रही थी। इसमें एक शीर्षक पर प्रकाश डाला गया था। शीर्षक में कहा गया है, “2588 साल बाद बन रहा होली पर ऐसा योग, कई बीमारियां दूर होंगी।”
जांच के दौरान हमने पाया कि यह लेख 2019 में लिखा गया एक व्यंग्य लेख था।
एक्स यूजर कपिल धामा ने वायरल अखबार की क्लिप को शेयर करते हुए दावा किया, “सतयुग के लोग भी इतने भाग्यशाली नहीं रहे होंगे कि ऐसा संयोग मिले।”
अन्य उपयोगकर्ता भी इसी तरह के दावों के साथ अखबार की क्लिप साझा कर रहे हैं।
पोस्ट पर की गई टिप्पणियों से पता चला कि उपयोगकर्ता केवल शीर्षक पढ़ रहे थे, खबर नहीं। पूरी खबर पढ़ने पर पता चला कि यह एक व्यंग्यात्मक लेख था।
एक रिवर्स इमेज सर्च हमें 19 मार्च, 2019 को prabhatkhabar.com पर प्रकाशित मूल लेख तक ले गया।
पाठ में कहा गया था:
इस होली पर 2588 साल बाद ऐसा योग बनने जा रहा है कि अगर आप एक अचूक टोटका आजमा लें, तो यह आपका जीवन बदल देगा.
आइए जानें क्या है यह –
कारोबार में मंदी हो, काम पर जाने का मन ना करता हो, कहीं बाहर जाने का मन ना करता हो, बच्चे पढ़ ना रहे हों, उनके कम नंबर आ रहे हों, सिर दर्द होता हो, खाना खाने में मन ना लगता हो, रात को बार-बार नींद खुलती हो, बदन दर्द होता हो, आंखें दर्द करती हो, आलस आता हो, तो इन सब बीमारियों का रामबाण इलाज है यह टोटका.
होली से एक दिन पहले फाल्गुन पूर्णिमा के दिन शाम के समय होलिका जलायी जाती है. इसे होलिका दहन कहते हैं. तो टोटका यह है कि जब होली दहन हो, अपने सिर पर से सात बार मोबाइल घुमा कर होलिका की आग में फेंक दें और पीछे मुड़ कर न देखें.
एक-दो दिन तो जरूर परेशानी होगी, जी मिचलाएगा, गुस्सा आयेगा,लेकिन सारीबीमारियों से मुक्ति मिल जाएगी. और सब काम ठीक होने लगेंगे. आजमा कर देखें.
बाकी तो सभी कोHappy Holi
यह स्पष्टतः व्यंग्य था, जिसे लोगों ने सिर्फ शीर्षक पढ़ने के बाद ही साझा कर दिया।
निष्कर्ष: पुरानी, व्यंग्यात्मक अखबार की क्लिप को भ्रामक दावे के साथ वास्तविक खबर बताकर शेयर किया जा रहा है। वायरल दावा भ्रामक है।