आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और खराब लाइफस्टाइल के चलते खानपान पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है। खानपान और सेहत का ध्यान नहीं रखने के चलते नसों में कमजोरी होने लगी है, जो बहुत ही आम समस्या बन चुकी है। नसों में कमजोरी होना सिर्फ सेहत पर ही नहीं, बल्कि फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों को प्रभावित करती है। हालांकि, नसों में कमजोरी के कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि पोषक तत्वों की कमी, खराब लाइफस्टाइल, तनाव और कुछ बीमारियों के कारण आदि। आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया कि नसें क्यों कमजोर हो जाती हैं और नसों की कमजोरी कैसे दूर की जा सकती है।

डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया कि कभी-कभी ऐसा लगता है कि हाथ-पैरों में जान नहीं है। बार-बार सूजन दर्द और चक्कर आने लगते हैं या फिर हाथ पैर में चींटी चलने जैसे एहसास होता है, तो ये सिर्फ थकान और स्ट्रेस नहीं है। ये नसों की कमजोरी, नसों के दबने या फिर नसों में ब्लॉकेज होने का संकेत भी हो सकता है। दरअसल, नस हमारे शरीर में बिजली की तारों की तरह होती हैं, ये कमजोर या फिर दब जाएं तो शरीर का पूरा सिस्टम स्लो हो सकता है।डॉ. सलीम जैदी ने बताया कि ज्यादा लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने से ब्लड सर्कुलेशन कई बार स्लो हो जाता है। जिसके चलते नसों पर अच्छी तरह से ब्लड नहीं मिल पाता और वो कमजोर होने लगती हैं। हालांकि, कुछ सुपरफूड का सेवन करने से नसों की कमजोरी दूर हो सकती है। मेथी दाना और दालचीनी ऐसे सुपरफूड्स हैं, जो नसों को मजबूती देते हैं और ब्लॉकेज का खतरा कम करते हैं।

मेथी दाना नसों को मजबूत और ब्लड फ्लो बेहतर करने में असरदार होता है। इसमें फाइबर और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो नसों की सूजन और जकड़न को कम करता है। इसके सेवन से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है, जिससे नसों में ऑक्सीजन सही तरीके से पहुंचती है। इसके साथ ही को मेथी दाना कोलेस्ट्रॉल कम करने में असरदार है, जिससे ब्लॉकेज का खतरा कम होता है। रात को 1 चम्मच मेथी दाना भिगो दें और सुबह खाली पेट खाएं या इसका पानी पिएं। नियमित रूप से इस पानी का सेवन करने पर स्वास्थ्य को कई फायदे मिलते हैं।

 नसों की सूजन और ब्लॉकेज से बचाव करने के लिए दालचीनी बहुत ही असरदार होती है। दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भरपूर मात्रा में होते हैं, नसों को मजबूत बनाते हैं। इसका सेवन करने से ब्लड फ्लो सही होता है, जिससे नसों में ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर होती है। इसके अलावा दालचीनी कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के साथ ही ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करती है। इससे दिल की सेहत अच्छी होती है और नसों में जमी फैट और टॉक्सिन्स को निकालने में मदद मिलती है। 1/2 चम्मच दालचीनी पाउडर को गुनगुने पानी या शहद के साथ सुबह लें। इसे चाय या स्मूदी में भी मिलाकर पी सकते हैं।

वहीं, जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर्स में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, खराब लाइफस्टाइल के कारण तनाव होता है और इससे मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है।