भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर होने से पहले कुछ दिन तक सैन्य संघर्ष देखने को मिला। संघर्ष के दौरान भारतीय सुरक्षा बलों ने ड्रोन और अन्य मिसाइलों के साथ जम्मू शहर व कई अन्य जगहों को निशाना बनाने के पाकिस्तान के एक और प्रयास को विफल कर दिया। दोनों देशों की सेनाओं के बीच संघर्ष के दौरान, सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर कई तस्वीरों, वीडियो को व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है और उन्हें गलत तरीके से वर्तमान घटनाओं से जोड़ा जा रहा है।

X यूजर @tex4d ने एक वीडियो साझा किया था, जिसमें दावा किया गया था कि फुटेज में पाकिस्तान के लाहौर में एक भारतीय कामिकेज़ ड्रोन को कार्रवाई करते हुए दिखाया गया है।

I glorify Agni, the high priest of the sacrifice, the divine, the ministrant. Footage of Indian kamikaze drone in action at Lahore, Pakistan. pic.twitter.com/2zXjaKxZBz

कई अन्य यूजर ने भी यही वीडियो साझा किया।

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हमने वायरल वीडियो से प्राप्त कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की।

हमें एक सप्ताह पहले पोस्ट किया गया वीडियो मिला, जिसमें दावा किया गया था कि यह रूस-यूक्रेन संघर्ष का है।

वीडियो अपलोड करने वाले यूट्यूब चैनल मिलिट्री ट्यूब टुडे ने कहा कि वीडियो मूल रूप से 30 अप्रैल, 2025 को इंटरनेट पर अपलोड किया गया था।

इससे पता चलता है कि वीडियो भारत-पाकिस्तान संघर्ष से संबंधित नहीं था।

इंस्टाग्राम हैंडल बबलू वर्धन द्वारा एक वीडियो साझा किया गया था जिसमें दावा किया गया था कि वीडियो सियालकोट का है।

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दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अन्य यूजर भी यही वीडियो वायरल कर रहे हैं।

हमने वीडियो से प्राप्त कीफ्रेम्स पर रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें एक महीने पहले यूट्यूब पर अपलोड किया गया वीडियो मिला, जिसमें बताया गया था कि यह मुंबई के धारावी में हुए गैस सिलेंडर विस्फोट का है।

हमें गल्फ डिजिटल न्यूज के फेसबुक पेज पर भी अपलोड किया गया वीडियो मिला।

घटना के बारे में कई समाचार रिपोर्ट थीं।

X यूजर जितेंद्र प्रताप सिंह ने एक तस्वीर शेयर करते हुए कहा कि यह भारत द्वारा पकड़े गए पाकिस्तानी फाइटर पायलट की पहली तस्वीर है।

First photo of Pakistani fighter pilot captured by India He was caught in Lathi near Jaisalmer He is injured pic.twitter.com/HMEoHxHsXV

अन्य यूजर भी यही तस्वीर शेयर कर रहे हैं।

हमने तस्वीर पर रिवर्स इमेज सर्च किया और इसे तुर्की मीडिया वेबसाइट maalilm.posttimees.ee पर पाया

जब तस्वीर का अनुवाद किया गया तो कैप्शन में लिखा था: दक्षिण-पूर्वी तुर्की के दियारबाकिर शहर में हवाई अड्डे के पास दुर्घटना के दृश्य पर लोग इकट्ठा हुए। फोटो:इल्यास एकेंगिन/एएफपी/स्कैनपिक्स

तस्वीर 2016 की है।

X यूजर अर्पिता चटर्जी ने रॉकेट वाला एक वीडियो शेयर किया, जिसमें दावा किया गया कि यह पाकिस्तान को भारत की प्रतिक्रिया है।

India’s response… How is the josh beta P@kistan ?? pic.twitter.com/840uJHKnp3

कई अन्य सोशल मीडिया यूजर भी यही वीडियो वायरल कर रहे हैं।

हमने वीडियो से प्राप्त कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि यह वीडियो Compare Comparison के YouTube चैनल पर पोस्ट किया गया है।

यह वीडियो तीन साल पहले अपलोड किया गया था और कहा गया था कि यह Arma 3 नामक वीडियो गेम का है।

निष्कर्ष: भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष के बताए जा रहे वायरल दृश्य पुराने हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया पर किये जा रहे दावे भ्रामक हैं।