विराट कोहली और पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बीच की राइवेलरी हमेशा से क्रिकेट प्रेमियों के लिए रोमांचक रही है। कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ कई ऐसी शानदार पारियां खेली हैं, जिन्होंने न केवल मैच का रुख पलटा, बल्कि पाकिस्तानी प्रशंसकों के दिल भी तोड़े। उनकी बल्लेबाजी ने कई बार पाकिस्तान के गेंदबाजों को बेबस कर दिया। इस लेख में हम कोहली की उन पांच यादगार पारियों की चर्चा करेंगे, जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ उनके दबदबे को और मजबूत किया।
2012 के टी20 वर्ल्ड कप में विराट कोहली ने पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण को तितर-बितर कर दिया। उन्होंने 61 गेंदों में नाबाद 78 रनों की पारी खेली, जिसमें 9 चौके और 2 छक्के शामिल थे। भारत ने 128 रनों के लक्ष्य को 8 विकेट से आसानी से हासिल कर लिया, जबकि पाकिस्तान की टीम 19.4 ओवर में 128 रन पर सिमट गई थी। कोहली की इस पारी ने भारत को शानदार जीत दिलाई और पाकिस्तानी गेंदबाजों को बेबस कर दिया।
2015 वनडे वर्ल्ड कप में कोहली ने इतिहास रचा। वे पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने। 126 गेंदों में 107 रनों की उनकी पारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। शिखर धवन (73) के साथ उनकी 129 रनों की साझेदारी और सुरेश रैना की 74 रनों की तेज पारी की बदौलत भारत ने 300/7 का स्कोर खड़ा किया। जवाब में पाकिस्तान 224 रनों पर ढेर हो गया, और भारत ने 76 रनों से शानदार जीत दर्ज की।
2016 टी20 वर्ल्ड कप में कोहली ने एक बार फिर अपनी काबिलियत दिखाई। बारिश के कारण कम ओवरों वाले इस मैच में पाकिस्तान ने 118/5 का स्कोर बनाया। जवाब में कोहली ने 37 गेंदों में नाबाद 55 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 1 छक्का शामिल था। उनकी इस पारी ने भारत को 15.5 ओवर में 6 विकेट से जीत दिलाई। मुश्किल पिच पर कोहली का संयम और आक्रामकता देखने लायक थी।
2022 टी20 वर्ल्ड कप में कोहली ने अपनी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक खेली। भारत की शुरुआत खराब रही और स्कोर 31/4 था। लेकिन कोहली ने 53 गेंदों में नाबाद 82 रनों की पारी खेलकर मैच का रुख बदल दिया। हार्दिक पंड्या (40) के साथ उनकी साझेदारी और अंतिम ओवरों में हारिस रऊफ के खिलाफ लगाए गए लगातार दो छक्कों ने भारत को 4 विकेट से ऐतिहासिक जीत दिलाई। यह पारी कोहली के करियर की सबसे यादगार पारियों में से एक है।
चैंपियंस ट्रॉफी में कोहली ने खराब फॉर्म के बावजूद शानदार वापसी की। उन्होंने नाबाद 100 रनों की पारी खेली, जिसमें खुशदिल शाह की गेंद पर चौका लगाकर अपना 51वां वनडे शतक पूरा किया। शुभमन गिल (46) और श्रेयस अय्यर (56) के साथ उनकी साझेदारियों ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। भारत ने यह मैच 6 विकेट से जीता, और कोहली ने वनडे में सबसे तेज 14,000 रन पूरे करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।