हेल्दी और फिट शरीर के लिए विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स की बहुत आवश्यकता होती है। एक बार शरीर में कुछ विटामिन की कमी हो जाए तो इसे नसें कमजोर होने लगी हैं और कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। नसों की कमजोरी होने पर हाथ-पैरों में झुनझुनी, सुन्नता और कमजोरी महसूस होने लगती है। वेव क्योर सेंटर के ऑर्थोपेडिक डॉक्टर अंकित पाठक ने बताया कि विटामिन की कमी होने पर सेहत पर क्या असर पड़ता है और इन विटामिन की पूर्ति करने के लिए क्या करना चाहिए।

डॉ. अंकित पाठक के मुताबिक, नसों की कमजोरी का सबसे मुख्य कारण विटामिन B1, B6 और B12 की कमी होती है। विटामिन B1, B6 और B12 की नियमित आपूर्ति न केवल नसों को मजबूत बनाती है, बल्कि पूरे नर्वस सिस्टम को भी हेल्दी रखती है। उन्होंने बताया कि ये तीनों बी-विटामिन्स नर्वस सिस्टम को हेल्दी रखने में बेहद जरूरी भूमिका निभाते हैं।

डॉ. अंकित पाठक ने बताया कि नसों के कमजोर होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जिनमें हाथ-पैरों में झुनझुनी, सुन्नपन, कमजोरी, चलने में परेशानी, थकावट और चिड़चिड़ापन, मांसपेशियों में ऐंठन, बार-बार सिरदर्द या चक्कर, याददाश्त कमजोर होना, डिप्रेशन और हाथ-पैर कांपना आदि शामिल हैं।

विटामिन B1, जिसे थायमिन भी कहा जाता है, एक आवश्यक विटामिन है जो शरीर को एनर्जी प्राप्त करने में मदद करता है। यह भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, खासकर कार्बोहाइड्रेट को। थायमिन तंत्रिका तंत्र, हार्ट और मांसपेशियों के कार्य के लिए भी आवश्यक है। ये नसों के लिए ईंधन का काम करता है। विटामिन बी1 की पूर्ति करने के लिए साबुत अनाज, दालें, सूरजमुखी के बीज, सूखे मेवे और ब्राउन राइस को अपनी डाइट में शामिल करें।

विटामिन बी-6 को पाइरिडोक्सिन कहा जाता है। विटामिन B6 सामान्य मस्तिष्क विकास, तंत्रिका तंत्र और प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यूनिटी को बूस्ट रखने के लिए महत्वपूर्ण है। यह न्यूरोट्रांसमीटर बनाने में मदद करता है जो नर्व फंक्शन को सुचारू रखता है। विटामिन बी6 की कमी होने पर डिप्रेशन या मूड स्विंग्स, पैरों में झनझनाहट और त्वचा पर रेडनेस या स्केलिंग की समस्या हो सकती है। विटामिन बी6 की कमी को पूरा करने के लिए केला, पालक, चिकन, मछली, बीन्स और आलू जैसे फूड्स लाभकारी होते हैं।

विटामिन बी12 एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो आपके शरीर को तंत्रिका कोशिकाओं और रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह शरीर को डीएनए बनाने में भी मदद करता है, जो सभी कोशिकाओं में आनुवंशिक पदार्थ है। यह विटामिन मायलिन शीथ बनाने में मदद करता है, जो नसों को सुरक्षा देती है। विटामिन की कमी के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, शरीर अपनी आप विटामिन बी12 नहीं बनाता है। विटामिन बी12 को खाने से ही पूरा किया जा सकता है। अंडा, दूध, दही, मांसाहारी फूड्स और फोर्टिफाइड सीरियल्स विटामिन बी12 का अच्छा स्रोत है। 

वहीं, गुरुग्राम स्थित पारस हॉस्पिटल के न्यूरो इंटरवेंशनल डिपार्टमेंट के ग्रुप डायरेक्टर और एचओडी डॉ. विपुल गुप्ता ने दिमाग को बूस्ट करने वाले सुपरफूड बताए हैं, जिनका सेवन करने से न सिर्फ दिमाग तेज होगा, बल्कि कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी दूर हो सकती हैं।