Guruaditya Rajyog: वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को ग्रहो का राजा माना गया है। साथ ही सूर्य देव सूर्य देव को ज्योतिष में आत्मा का कारक ग्रह माना जाता है। वहीं इसके अलावा, सूर्य देव तेज, यश, वैभव और सकारात्मक शक्ति के प्रतीक हैं. सूर्य देव को पिता के भाव कर्म का स्वामी भी माना गया है। साथ ही सूर्य का सिंह राशि पर आधिपत्य होता है।  साथ ही सूर्य सिंह राशि के स्वामी होते हैं और मेष राशि में यह उच्च के होते हैं, जबकि तुला इसकी नीच राशि है। वहीं आपको बता दें कुंडली में सूर्य देव अन्य ग्रहों से युति बनाकर राजयोग बनाते हैं। जैसे सूर्य देव बुध ग्रह से युति बनाकर बुधादित्य राजयोग बनाते हैं और गुरु ग्रह से युति बनाकर गुरु आदित्य राजयोग बनाते हैं। यहां हम गुरु आदित्य राजयोग के बारे में बात करने जा रहे हैं। वहीं आपको बता दें कि यह राजयोग जिस व्यक्ति की कुंडली में होता है। वह व्यक्ति राजाओं जैसी जिंदगी जीता है। साथ ही उसे सभी भौतिक सुख प्राप्त होते हैं और समाज में मान- सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। वहीं ऐसा व्यक्ति सात्विक होता है और भगवान को मानने वाला होता है। आइए जानते हैं कुंडली में गुरु आदित्य राजयोग का प्रभाव और यह कैसे बनता है…

वैदिक ज्योतिष अनुसार कुंडली में गुरु आदित्य राजयोग सूर्य और गुरु ग्रह की युति से बनता है। मतलब अगर किसी व्यक्ति की कुंडली के किसी भाव में सूर्य और गुरु स्थित हैं तो गुरु आदित्य राजयोग बनता है। यहां हम ये देखना जरूरी है कि सूर्य और गुरु किस राशि में स्थिति हैं। साथ ही उन पर किन ग्रहों की दृष्टि पड़ रही है। साथ ही सूर्य और गुरु की डिग्री क्या हैं।

वैदिक ज्योतिष अनुसार जिन लोगों की जन्म कुंडली में गुरु आदित्य राजयोग होता है ऐसे लोग बौद्धिक रूप से काफी सशक्त होते हैं। ऐसे लोग अपने करीबियों का हित करने वाले होते हैं। वाणी में मिठास होती है और अक्सर शिक्षा के क्षेत्र में इन्हें अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। सूर्य और बुध ऐसे लोगों को साहसी और ऊर्जावान भी बनाते हैं। वहीं ये लोग समाज में खूब ख्याति पाते हैं। साथ ही खूब मेहनत और कर्मठ होते हैं। ये लोग अपनी मेहनत से अमीर बनते हैं। साथ ही ऐसे लोग शिक्षक, प्रोफेसर, कथवाचक और ज्योतिषी होते हैं।

इन लोगों का दांपत्य जीवन शानदार रहता है। साथ ही ये लोग जीवनसाथी से बहुत प्रेम करते हैं। इन लोगों का नेचर केयरिंग होता है। वहीं उम्र के किसी न किसी पड़ाव में इन्हें सामाजिक स्तर पर ख्याति जरूर प्राप्त होती है। पारिवारिक की खुशियों के लिए बड़े से बड़ा बलिदान भी ऐसे लोग दे सकते हैं।