श्रीलंका के पूर्व ऑफ स्पिनर सचित्र मदुशंका सेनानायके को हम्बनटोटा उच्च न्यायालय ने लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) के दौरान साथी खिलाड़ी को मैच फिक्सिंग के लिए ललचाने का दोषी पाया है। अटार्नी जनरल के विभाग ने कहा कि देश में हाल ही में शुरू किये गए भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत राष्ट्रीय स्तर के किसी खिलाड़ी को पहली बार मैच फिक्सिंग का दोषी पाया गया है। सेनानायके को 2023 में गिरफ्तारी के बाद जमानत पर छोड़ दिया गया था।
सचित्र सेनानायके श्रीलंका की 2014 टी20 विश्व कप विजेता टीम के भी सदस्य हैं। 40 साल के सेनानायके ने 2012 से 2016 के बीच श्रीलंका के लिए एक टेस्ट, 49 वनडे और 24 टी20 मैच खेलकर 78 विकेट लिए हैं। सचित्र सेनानायके का हालांकि, घरेलू रिकॉर्ड बहुत अच्छा है। सचित्र सेनानायके ने 112 फर्स्ट क्लास मुकाबलों में 567 विकेट, 186 लिस्ट ए में 283 विकेट और 108 टी20 मुकाबलों में 124 विकेट लिए थे।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कोलंबो किंग्स के लिए खेल रहे थारिंडु रत्नायके को फिक्सिंग की पेशकश की थी। श्रीलंकाई ‘डेली मिरर’ की एक रिपोर्ट में कहा गया है, सचित्र मदुशंका सेनानायके पर यह भी आरोप है कि उसने 2020 में उद्घाटन लंका प्रीमियर लीग (LPL) में हि्ससा लेने वाले दो अन्य क्रिकेटर्स से दुबई से टेलीफोन के जरिये संपर्क किया और उन्हें मैच फिक्सिंग में शामिल होने के लिए मनाने का प्रयास किया। सचित्र सेनानायके को पहले इन आरोपों के सिलसिले में जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
ऑफ स्पिनर सचित्रा सेनानायके को मई 2014 में श्रीलंका के इंग्लैंड दौरे के दौरान अवैध गेंदबाजी एक्शन के लिए आईसीसी भी प्रतिबंधित कर चुका है। तब श्रीलंका क्रिकेट (SLC) ने कहा था कि सचित्र सेनानायके पर प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। एसएलसी ने कहा कि उसे सेनानायके से संबंधित आईसीसी बॉलिंग एक्शन वैधता आकलन रिपोर्ट मिल गई है। यह रिपोर्ट इंग्लैंड के कार्डिफ मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के कार्डिफ स्कूल ऑफ स्पोर्ट द्वारा तैयार की गई थी।