Mehndi Plant Vastu: घर को हरियाली से सजाना किसे अच्छा नहीं लगता? लोग अपने घरों में तरह-तरह के पौधे लगाते हैं ताकि घर सुंदर और ताजगी से भरा लगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर पौधा घर के लिए शुभ नहीं होता? वास्तु शास्त्र में कुछ पौधों को घर के वातावरण के लिए अशुभ माना गया है, इन्हीं में से एक मेंहदी का पेड़ है। मेंहदी का उपयोग भारतीय संस्कृति में विशेष अवसरों पर किया जाता है। करवा चौथ, हरतालिका तीज, वट सावित्री जैसे व्रत-त्योहारों पर सुहागिनें मेंहदी लगाकर अपने श्रृंगार को पूरा करती हैं। यह सौभाग्य का प्रतीक मानी जाती है और इसे सोलह श्रृंगार में भी शामिल किया गया है। त्योहारों में भी मेंहदी का प्रयोग करना शुभ माना गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु के अनुसार मेंहदी को घर पर लगाने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं क्या कहता है वास्तु शास्त्र…

हालांकि पर्व-त्योहारों में इसका प्रयोग अच्छा माना गया है, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, मेंहदी का पौधा घर के लिए अशुभ होता है। इसकी खुशबू तेज होती है, जो मानसिक अशांति और नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। ऐसा माना जाता है कि यह पौधा घर के भीतर नेगेटिव एनर्जी को बढ़ाता है और कई तरह की परेशानियों को जन्म देता है।

वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि मेंहदी का पौधा घर में लगाने से घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। परिवार के सदस्य बार-बार बीमार पड़ने लगते हैं। एक के बाद एक शारीरिक समस्याएं आने लगती हैं, जिससे घर का माहौल भी तनावपूर्ण हो जाता है।

मेंहदी का पौधा घर की सुख-शांति छीन लेता है। इस पौधे की उपस्थिति से परिवार के सदस्यों के बीच अनबन और झगड़े बढ़ने लगते हैं। आपसी विश्वास में कमी आती है और मन की शांति खत्म होने लगती है। परिवार में व्यर्थ की बहस और तनाव बना रहता है।

वास्तु शास्त्र में यह भी बताया गया है कि मेंहदी का पौधा व्यक्ति की प्रगति को भी बाधित करता है। इससे कार्यों में अड़चन आती है और जीवन में बाधाएं बढ़ जाती हैं। जो काम बनते-बनते रुक जाते हैं, उसका एक कारण मेंहदी का पौधा भी हो सकता है। अगर आपके घर में मेंहदी का पौधा लगा है तो उसे तुरंत हटा दें। इसे घर के किसी कोने में या गमले में लगाना भी उचित नहीं माना गया है।

धर्म संबंधित अन्य खबरों के लिए क्लिक करें

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।