भारत (India) और अमेरिका (United States Of America) के बीच व्यापार समझौता दोनों देशों के लिए काफी अहम है। सूत्रों के अनुसार, जल्द ही दोनों देश अंतरिम व्यापार समझौते पर सहमत हो सकते हैं। अगले महीने अमेरिकी अधिकारियों का एक दल व्यापार वार्ता के लिए भारत आने वाला है। सूत्रों के अनुसार बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है, आइए जानते हैं…
सूत्रों के अनुसार, भारत और अमेरिका 25 जून तक अंतरिम व्यापार समझौते पर सहमत हो सकते हैं। अगले महीने अमेरिकी अधिकारियों का एक दल बातचीत के लिए भारत आने वाला है। सूत्रों ने बताया कि बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है।
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पिछले हफ्ते देश के मुख्य वार्ताकार एवं वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल ने अपनी 4 दिन की वॉशिंगटन यात्रा पूरी की। उन्होंने प्रस्तावित समझौते पर अपने अमेरिकी समकक्ष के साथ बातचीत की। अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 26% शुल्क पर 9 जुलाई को खत्म होने वाली रोक से पहले दोनों पक्ष प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर अंतरिम सहमति बनाना चाहते हैं।
अमेरिका ने 2 अप्रैल को भारत पर 26% जवाबी शुल्क लगाया था लेकिन इसे 9 जुलाई तक निलंबित कर दिया। हालांकि भारतीय सामान पर अब भी अमेरिका द्वारा लगाया गया 10% मूल शुल्क लागू है। अंतरिम व्यापार समझौते में, भारत घरेलू वस्तुओं पर 26% जवाबी शुल्क से पूरी छूट देने का दबाव बना रहा है। दोनों देशों ने प्रस्तावित BTA के पहले चरण को पूरा करने की इस वर्ष की सितंबर-अक्टूबर तक की समय सीमा तय की है।
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अमेरिका लगातार चौथे वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना रहा। दोनों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। भारत के कुल वस्तु निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी करीब 18%, आयात में 6.22% और देश के कुल वस्तु व्यापार में 10.73% रही।
अमेरिका के साथ भारत का 2024-25 में वस्तुओं के मामले में व्यापार अधिशेष (आयात व निर्यात के बीच का अंतर) 41.18 अरब अमेरिकी डॉलर था। 2023-24 में यह 35.32 अरब अमेरिकी डॉलर, 2022-23 में 27.7 अरब अमेरिकी डॉलर, 2021-22 में 32.85 अरब अमेरिकी डॉलर और 2020-21 में 22.73 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था। अमेरिका ने इस बढ़ते व्यापार घाटे पर चिंता जाहिर की है।
दोनों व्यापारिक साझेदारों का 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना से अधिक बढ़ाकर 500 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
इनपुट: भाषा