एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग (Jensen Huang) ने भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी और दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी को अमीरी में काफी पीछे छोड़ दिया है। Forbes की रियल-टाइम बिलियनर्स की लिस्ट के अनुसार हुआंग भारत के सबसे अमीर व्यक्ति अंबानी से काफी आगे निकल गए है। हुआंग दुनिया के अमीरो की लिस्ट में 9वें स्थान पर है। उनकी कुछ नेटवर्थ 140 अरब डॉलर से ज्यादा हो गई है। यह तब हुआ है। जब बुधवार को एनवीडिया 4 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप को पार करने वाली पहली सार्वजनिक कंपनी बन गई, आइए जानते हैं…

एनवीडिया अब AI सेक्टर की सबसे ज्यादा वैल्यूएशन वाली कंपनी है। इसका 4 ट्रिलियन डॉलर का वैल्यूएशन भारत के संपूर्ण इक्विटी मार्केट के लगभग 75% के बराबर है और यह अमेरिका, चीन, जापान, हांगकांग और भारत को छोड़कर किसी भी अन्य देश के मार्केट वैल्यू से बड़ा है।

एनवीडिया का शेयर बुधवार को 2.5% बढ़कर 164 डॉलर पर पहुंच गया। चीन की डीपसीक से प्रतिस्पर्धा की चिंताओं और डोनाल्ड ट्रम्प से संबंधित व्यापार तनाव के कारण कंपनी के लिए इस साल की शुरुआत कठिन रही। लेकिन अप्रैल में अपने निचले स्तर पर पहुंचने के बाद से, Nvidia के शेयरों ने जोरदार वापसी की है और उस महीने के निचले स्तर से 74% की बढ़त दर्ज की है।

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हुआंग के पास Nvidia की 3.5% हिस्सेदारी है, जिससे वह कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक बन गए हैं। पिछले 5 वर्षों में हुआंग की नेटवर्थ में काफी तेजी से इजाफा हुआ है। फोर्ब्स ने साल 2022 में उनकी नेटवर्थ 20.6 बिलियन डॉलर आंकी थी। 2023 में यह बढ़कर 44 बिलियन डॉलर हो गई, फिर 2024 में 117 बिलियन डॉलर हो गई। अब फोर्ब्स के रियल-टाइम डेटा के अनुसार, उनकी नेटवर्थ 141.9 बिलियन डॉलर है।

Forbes की रियल-टाइम बिलियनर्स की लिस्ट के अनुसार, Mukesh Ambani की नेटवर्थ 115.1 बिलियन डॉलर है। Mukesh Ambani दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 14वें नंबर पर है। वही, Gautam Adani की नेटवर्थ 68.1 बिलियन डॉलर है। वे दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 22वें नंबर पर है।

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जेनसेन हुआंग (Jensen Huang) ने साल 1993 में एनवीडिया की स्थापना की थी। वे तभी से कंपनी के सीईओ और प्रेसिडेंट के पद पर हैं। उनकी लीडरशिप में कंपनी के मार्केट कैप में कई गुना इजाफा हुआ है। फिलहाल 4 ट्रिलियन डॉलर पर है। कंपनी की इस ग्रोथ का श्रेय सबसे ज्यादा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर में कंपनी के दबदबे को जाता है। पिछले कुछ महीनों में कंपनी के शेयरों भी खूब उछाल आया है । 2025 में अब तक, Nvidia के शेयर 20% ऊपर हैं, जबकि Nasdaq इंडेक्स में 6% की ग्रोथ हुई है।

साल 1999 में कंपनी का आईपीओ आया था। जिसके बाद कंपनी के साथ-साथ AI, डोटा सेंटर और सेल्फ-ड्राइविंग कार के ग्लोबल पावरहाउस में बदल गई। हाल ही में कंपनी में हुए स्टॉक स्पिलिट हुआ जिसके बाद शेयर का भाव 1200 जॉलर से गिरकर कई गुना कम हो गए। जिससे निवेशकों के लिए इसमें निवेश करना और काफी आसान हो गया। इस गिरावट का फायदा यह हुआ कि कंपनी की मार्केट वैल्यू में और इजाफा हुआ।