विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में शुक्रवार को लगातार 8वें दिन गिरावट जारी रही। बाजार में कारोबार की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ हुई, लेकिन जल्द ही शुरुआती बढ़त खत्म हो गई। कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 199.76 अंक या 0.26 प्रतिशत गिरकर 75,939.21 पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यह 699.33 अंक या 0.91 प्रतिशत गिरकर 75,439.64 पर आ गया था। एनएसई निफ्टी 102.15 अंक यानी 0.44 प्रतिशत गिरकर 22,929.25 पर बंद हुआ। आठ कारोबारी सत्रों में बीएसई सेंसेक्स 2,644.6 अंक यानी 3.36 प्रतिशत और निफ्टी 810 अंक यानी 3.41 प्रतिशत टूट चुका है।
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सेंसेक्स के शेयरों में अडानी पोर्ट्स में चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी और टाटा स्टील भी नुकसान में रहे। दूसरी ओर नेस्ले, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एचसीएल टेक लाभ में रहे। कंपनियों की कमजोर आय के कारण निवेशकों के बीच जोखिम से बचने की भावना हावी होती जा रही है।
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जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”कमजोर तिमाही नतीजों, रुपये में गिरावट और शुल्क जैसे बाहरी कारकों से निकट भविष्य में बाजार धारणा कमजोर रहने का अनुमान है। एफआईआई की निकासी जारी रहने से गिरावट बढ़ सकती है।” उन्होंने कहा कि जब तक शुल्क पर स्पष्टता नहीं आ जाती है, और कंपनियों की आय में सुधार नहीं होता है, तब तक अस्थिरता बनी रहने का अनुमान है।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़कर बंद हुए, जापान के निक्की में गिरावट हुई। यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुए। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 2,789.91 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.55 प्रतिशत बढ़कर 75.43 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
एजेंसी इनपुट