भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने आईआईएफएल सिक्योरिटीज के पूर्व डायरेक्टर संजीव भसीन सहित अन्य को उनकी सार्वजनिक सिफारिशों के विपरीत स्टॉक पोजीशन लेने के लिए सिक्योरिटी ट्रेडिंग से बैन कर दिया है। यह मामला मीडिया चैनलों, टेलीग्राम और आईआईएफएल के अपने प्लेटफॉर्म सहित विभिन्न प्लेटफॉर्म के जरिए की गई स्टॉक सिफारिशों से संबंधित है। हम आपको संजीव भसीन कौन है और इसके अब तक के करियर के बारे में जानकारी देने वाले हैं, आइए जानते हैं…
संजीव भसीन, आईआईएफएल सिक्योरिटीज के पूर्व डायरेक्टर है। वे मीडिया चैनलों, टेलीग्राम और आईआईएफएल के अपने प्लेटफॉर्म सहित विभिन्न प्लेटफॉर्म के जरिए स्टॉक सिफारिशें देते रहे हैं। उन्होंने आईआईएफएल सिक्योरिटीज में 1 अप्रैल, 2017 से 30 नवंबर, 2022 तक डायरेक्टर के रूप में और बाद में 1 दिसंबर, 2022 से 17 जून, 2024 तक सलाहकार के रूप में कार्य किया। CGHS के नियमों में हुए 5 अहम बदलाव
भसीन आईआईएफएल से पहले ड्यूश बैंक (Deutsche Bank) के साथ-साथ एचबी ग्रुप में भी डायरेक्टर थे। भसीन ने स्मॉलकेस जैसे प्लेटफॉर्म पर रिटेल निवेशकों के लिए सुलभ मॉडल पोर्टफोलियो (Accessible Model Portfolio) बनाए हैं, वे व्यक्तिगत रूप से हाई-नेट-वर्थ वाले व्यक्तियों के लिए बड़े पोर्टफोलियो की देख-रेख भी करते थे।
सेबी द्वारा की गई जांच से पता चला है कि भसीन मीडिया में आने से ठीक पहले जेमिनी पोर्टफोलियो, वीनस पोर्टफोलियो और एचबी स्टॉक होल्डिंग्स लिमिटेड के ट्रेडिंग खातों में रणनीतिक रूप से ऑर्डर खरीदते थे – जो आरआरबी मास्टर सिक्योरिटीज दिल्ली लिमिटेड के डीलरों के जरिए एग्जीक्यूट होते थे। गर्मी की छुट्टियों में कन्फर्म टिकट!
इन प्रजेंटेशन के दौरान उनकी स्टॉक रिकमेंडेशन की वैल्यू और ट्रेडिंग वॉल्यूम दोनों पर प्रभाव पड़ा। इस प्रभाव का लाभ उठाते हुए, भसीन फिर उन्हीं अकाउंट में बिक्री के आदेश देते थे, जिसके परिणामस्वरूप कीमत में तेजी से लाभ उठाने के लिए उनकी सार्वजनिक खरीद कॉल (Public Purchase Call) के विपरीत स्थिति होती थी।
सेबी ने उन्हें 11.37 करोड़ रुपये की अवैध रूप से अर्जित लाभ वापस करने का भी आदेश दिया है।
स्कूल खत्म करने के बाद श्री राम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स में एडमिशन लिया। कॉलेज के बाद, भसीन ने अपना चार्टर्ड अकाउंटेंसी कोर्स पास किया। उन्होंने दो साल तक LLB भी किया, लेकिन इसे पूरा नहीं किया। भसीन ने 1985 में ट्रेडिंग फ्लोर पर जाना शुरू किया। उन्होंने मिंट को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि “मेरे जीवन में, मेरे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था, केवल शेयर बाजार था। और यही कारण है कि मैंने 33 वर्षों की अवधि में सभी परीक्षणों और त्रुटियों को सहन किया।”
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक खबर के अनुसार, भसीन मल्टीनेशनल कंपनियों के शेयरों को रखने के लिए बहुत उत्सुक थे।
फाइनेंशियल एक्सप्रेस के साथ पहले की बातचीत में उन्होंने अपनी निवेश रणनीति के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था, “निवेश के लिए 50-55% हमेशा लार्ज-कैप, रन-ऑफ-द-मिल स्टॉक या हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने वाले स्टॉक में होता है। दूसरा, मैं 30% कैश रखना पसंद करता हूं, क्योंकि इससे मुझे छोटे-मोटे बिजनेस के बहुत से अवसर मिलते हैं।”
संजीव भसीन की शादी 1991 में राशि भसीन से हुई और उनके तीन बच्चे 2 बेटे और 1 बेटी हैं।