Delhi Assembly Elections Result: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस तीनों ही दल जीत के दावे कर रहे हैं। दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी इस बार हैट्रिक जमाने की कोशिश कर रही है, वहीं बीजेपी का दावा है कि वो केजरीवाल का विजय रथ रोक देगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव में पिछली बार आम आदमी पार्टी को 62 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इन सीटों में से सात विधानसभा सीटें ऐसी थीं, जहां हार और जीत का अंतर पांच हजार से कम था।
जनसत्ता डॉट कॉम की इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे दिल्ली विधानसभा की उन पांच विधानसभा सीटों के बारे में जहां जीत हासिल करने में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों के पसीने छूट गए थे। इन विधानसभा सीटों में बिजवासन, आदर्शनगर, कस्तूरबा नगर, पटपड़गंज, शालीमारबाग और कृष्णा नगर विधानसभा शामिल हैं।
दिल्ली विधानसभा की बिजवासन विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के भूपिंदर सिंह जून को 57271 वोट मिले थे। उन्होंने बीजेपी के सत प्रकाश राणा को 753 वोटों से हराया। बीजेपी प्रत्याशी को इस सीट पर 56518 और कांग्रेस के प्रवीण राणा को 5937 वोट मिले। सत प्रकाश राणा बिजवासन सीट से दो बार चुनाव जीत चुके हैं। बिजवासन विधानसभा सीट पर इस बार आम आदमी पार्टी ने सुरेंद्र भारद्वाज, बीजेपी ने कैलाश गहलोत और कांग्रेस ने देवेंद्र सहरावत को चुनावी रण में उतारा है।
आदर्श नगर विधानसभा सीट पर साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सिर्फ 1589 वोटों से जीत हासिल की। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के पवन शर्मा को 46892 वोट मिले थे। उनके सामने चुनाव लड़े बीजेपी के राज कुमार भाटिया को 45303 और कांग्रेस के मुकेश कुमार गोयल को 10014 वोट मिले। आदर्श नगर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला आम आदमी पार्टी के मुकेश गोयल, बीजेपी के राज कुमार भाटिया और कांग्रेस के शिवांक सिंघल के बीच है।
कस्तूरबा नगर विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी को 3165 वोटों से जीत हासिल हुई थी। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी मदन लाल को 37100 वोट मिले थे। उनके सामने चुनाव लड़े बीजेपी के रविंद्र चौधरी को 33,935 वोट और कांग्रेस के अभिषेक दत्त को 19648 वोट हासिल हुए। मदन लाल कस्तूरबा नगर विधानसभा सीट से पिछले तीन चुनाव जीते हैं। आम आदमी पार्टी ने इस बार यहां रमेश पहलवान और बीजेपी ने नीरज बसोया को चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने फिर से अभिषेक दत्त पर भरोसा जताया है।
दिल्ली की पटपड़गंज विधानसभा सीट मनीष सिसोदिया की वजह से सुर्खियों में रहती है लेकिन इस बार वह यहां से मैदान में नहीं है। वजह बताई जा रही है यहां आप का कमजोर होना। साल 2020 में दिल्ली की पटपड़गंज विधानसभा सीट जीतने में आम आदमी पार्टी को बहुत मेहनत करनी पड़ी थी। मनीष सिसोदिया को यहां 70163 वोट हासिल हुए तो बीजेपी के रविंद्र नेगी को 66956 मिले। दोनों के बीच में हार-जीत का अंतर साढ़े तीन हजार से भी कम रहा। कांग्रेस के लक्ष्मण रावत को यहां महज 2802 वोट मिले। इस बार पटपड़गंज विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी ने अवध ओझा, बीजेपी ने रविंद्र नेगी और कांग्रेस ने अनिल कुमार को चुनाव मैदान में उतारा है।
दिल्ली की छत्तरपुर विधानसभा सीट पर भी हार जीत का अंतर साढ़े तीन हजार से कम रहा था। यहां आम आदमी पार्टी के करतार सिंह तंवर को 69411 वोट मिले थे। उनके सामने चुनाव लड़े ब्रह्म सिंह तंवर को 65691 वोट प्राप्त हुए जबकि कांग्रेस के सतीश लोहिया को 3874 वोटों से संतोष करना पड़ा। इस बार यहां आम आदमी पार्टी ने ब्रह्म सिंह तंवर को टिकट दिया है, बीजेपी से करतार सिंह और कांग्रेस से राजेंद्र तंवर चुनाव मैदान में हैं।
दिल्ली विधानसभा की इन सीटों के अलावा जहां आम आदमी पार्टी को जीत काफी करीबी रही थी, उन सीटों में शहादरा विधानसभा सीट, कृष्णा नगर विधानसभा सीट, शालीमार बाग विधानसभा सीट, किराड़ी विधानसभा सीट और नजफगढ़ विधानसभा सीट शामिल हैं। आम आदमी पार्टी ने शहादरा से जितेंद्र सिंह शंटी, कृष्णा से विकास बग्गा, शालीमार बाग से बंदना कुमारी, किराड़ी से अनिल झा और नजफगढ़ से तरुण यादव को चुनाव मैदान में उतारा है।
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