उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन शुरू हो चुका है। यूपी प्रशासन ने दावा किया कि मेले के दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति पर मंगलवार को लगभग 3.5 करोड़ लोगों ने स्नान किया। महाकुंभ मेला क्षेत्र में संगम लोअर मार्ग पर शास्त्री पुल के नीचे स्थित दूधेश्वर नाथ महादेव कुंभ मेला शिविर के बाहर सोमवार देर रात एक मुस्लिम युवक को पकड़ा गया।
इस शिविर में डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि ठहरे थे। अखाड़ा थाना के प्रभारी भास्कर मिश्रा ने मंगलवार को बताया कि एटा के रहने वाले इस शख्स का नाम अयूब है और उससे एसओटी और एसटीएफ ने पूछताछ की है। उन्होंने बताया कि वह कुछ खाने पीने के लालच में आया था और उसके पास से कुछ भी बरामद नहीं हुआ है।
यति नरसिंहानंद सरस्वती ट्रस्ट की महासचिव उदिता त्यागी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सोमवार देर रात दो बजे दूधेश्वर नाथ महादेव शिविर के बाहर एक युवक संदिग्ध स्थिति में दिखा और सेवादारों द्वारा पूछने पर उसने अपना नाम आयुष बताया लेकिन जब उसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने असली नाम अयूब बताया। उन्होंने बताया कि शिविर के लोगों ने उसे पुलिस को सौंप दिया था। इस्लाम के संबंध में अपने बयानों को लेकर यति नरसिंहानंद हमेशा विवादों में रहे हैं। वह गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत के साथ ही जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर भी हैं।
Mahakumbh 2025 LIVE Updates
वहीं, दूसरी ओर महाकुंभ के दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति पर मंगलवार को 13 अखाड़ों के साधु संतों ने बारी-बारी अमृत स्नान किया। मेला प्रशासन के मुताबिक, मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री योगी ने ‘एक्स’ पर कहा, “आस्था, समता और एकता के महासमागम महाकुंभ 2025 में पावन मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाने वाले सभी पूज्य संतगणों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। प्रथम अमृत स्नान पर्व पर आज 3.50 करोड़ से अधिक पूज्य संतों और श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रथम स्नान पर्व के सकुशल संपन्न होने पर सनातन धर्म के आधार सभी पूज्य अखाड़ों, मेला प्रशासन, स्थानीय पुलिस और प्रशासन, स्वच्छता कर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों और धार्मिक संस्थाओं, नाविकों आदि को ह्रदय से साधुवाद और बधाई।” 10 तस्वीरों में देखिए आस्था का महाकुंभ, आप भी बोलेंगे- अद्भुत, अविश्वसनीय और अकल्पनीय