Meghalaya Murder: शादी को ज्यादा समय नहीं हुआ था, अरेंज मैरेज हुई थी, एक दूसरे को समझा जा रहा था, थोड़ा प्यार-थोड़ा इकरार चल रहा था। नए-नए कपल थे तो हनीमून पर जाने का उत्साह भी अलग ही दिखा। उसी उत्साह में मेघालय का टिकट बुक हुआ और पति-पत्नी पूर्वोत्तर के इस खूबसूरत राज्य में पहुंच गए। एक ही दिन हुआ था, रिश्तेदारों से कई दफा बात भी हुई, सबकुछ सही चल रहा था। लेकिन फिर फोन बजना बंद हो गया, परिवार वाले परेशान हुए, कई दिनों तक इंतजार करते रहे, आठवें दिन पता चला पति मर चुका है, पत्नी मिसिंग हैं और मेघालय की घाटी में कई राज दफन हैं।

राजा रघुवंशी मध्य प्रदेश के इंदौर में एक ट्रांसपोर्ट बिजनेस चलाता था, वो कई महीनों से पैसे बचा रहा था, बस एक मन था, अपनी पत्नी सोनम को मेघालय लेकर जाना है, उसे एक परफेक्ट हनीमून का एक्सपीरियंस करवाना है। सोशल मीडिया पर कई रील देखी थीं- मेघालय के लिविंग रूट ब्रिज उनका दिल जीत चुके थे। राजा जितनी प्लानिंग करता था, उसका परिवार इस बारे में अब जिक्र करता है। वो बताता है कि राजा को हर चीज की रिसर्च करने की आदत थी, वो कहीं भी बिना जांच-पड़ताल के नहीं जाता था। ऐसे में जब मेघालय जाने का मन बना तो राजा ने फिर खूब रिसर्च की और तब जाकर प्लान फाइनल हुआ।

पत्नी सोनम भी राजा के परिवार के साथ घुल मिल चुकी थी। उसका परिवार बता रहा है कि सोनम अपनी सास को रोज फोन करती थी, कहीं घूमने जाते वक्त भी व्रत रखने की आदत थी। ऐसे में दोनों खुश थे, अरेंज मैरेज में ढल चुके थे। 22 मई को राजा और सोनम मेघालय पहुंच गए थे। सोनम ने अपनी सास को फोन कर बताया था कि राजा उसे एक जंगल में लेकर गया है जहां पर काफी खड़ी चढ़ाई है। ये सोनम की आखिरी कॉल थी। इसी तरह 23 मई को राजा ने अपने भाई विपिन को फोन लगाया था। उसने कहा था कि मैंने लोकल कॉली ट्राई की, अच्छी नहीं लगी, अब केले खा रहा हूं। वो कॉल दोपहर 1.43 पर खत्म हुई। ये राजा की आखिरी कॉल थी।

अब सोनम ने सास से बात की थी, राजा ने भाई से बात की थी और फिर दोनों का ही फोन बंद हो गया। कई दिन तक ऐसे ही बीत गए, किसी को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या। आखिरकार राजा के भाई विपिन और सचिन मेघालय के लिए निकल गए। उनके साथ सोनम का भाई गोविंद भी आया। मेघालय पुलिस से उन सभी ने संपर्क साधा, जांच तो शुरू हुई, लेकिन खराब मौसम की वजह से तलाशी में देरी होती रही। अब परिवार भी बेचैन था, पुलिस भी किसी तरह कोई सुराग की तलाश में लगी थी। फिर वो तलाश एक जीपीएस ट्रैकर पर आकर रुकी जो किराए पर ली गई एक्टिवा स्कूटी पर लगा हुआ था। उस जीपीएस ट्रैकर से पता चला कि राजा और सोनम Wei Sawdong की तरफ गए थे। राजा ने एक लोकल गाइड भी हायर किया था। उसे सोहरा के प्रसिद्ध डबल-डेकर पुल का नजारा देखना था।

अब उसके बाद क्या हुआ, यही सबसे बड़ा राज है। पुलिस को जरूर वहीं एक्टिवा स्कूटी राजा के शव से 25 किलोमीटर दूर मिली है। स्कूटर के पास दो बैग भी थे, जो अब राजा और सोनम के ही बताए जा रहे हैं। सोनम की बहन बता रही हैं कि जब आप डबल-डेकर ब्रिज पर जाते हैं तो सामान साथ नहीं ले जा सकते, उसी वजह से दोनों ने अपने बैग स्कूटी के पास रखे होंगे। वैसे पुलिस को अपनी जांच से यह जरूर पता चला था कि राजा की हत्या हुई है, उसके शरीर पर कई घाव थे।

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जून 2 को आठ दिन की तफ्तीश के बाद पुलिस को राजा का शव मिला था। इस बारे में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर मार्क ए चल्लम ने कहा है कि 8 दिन की सर्च के बाद हमे रियात अरलियांग में वेइसावडोंग पार्किंग स्थल पर एक ड्रोन की मदद से खाई में काफी नीचे एक शव मिला था। बाद में परिवार ने शव पर एक टैटू के जरिए इस बात की पुष्टि कर दी कि बॉडी राजा की ही है और उसकी बेरहमी से हत्या हुई है। अब पुलिस को घटनास्थल से कई सबूत मिले हैं। एक महिला की सफेद शर्ट, पेंट्रा 40 दवाई का एक पत्ता, वीवो मोबाइल फोन की एलईडी स्क्रीन के टुकड़े और राजा की कलाई पर बंधी एक स्मार्ट वॉच।

राजा का पोस्ट मार्टम हो चुका है, पता चला है कि एक बार नहीं कई बार जोर से वार किया गया है। पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने बताया है कि ट्री कटिंग टूल के जरिए हत्या की गई है। लोकल भाषा में इसे एक Dao कहा जा सकता है। विवेक सिम ने जानकारी दी है कि हत्या, सबूत नष्ट करने जैसी धाराओं में केस दर्ज हुआ है। अभी मोटिव समझना जरूरी है कि आखिर क्यों इस हत्या को अंजाम दिया गया। परिवार ने आरोप लगाया है कि राजा का पर्स, उसकी गोल्ड चेन, डायमंड ब्रेसलेट और रिंग भी गायब है। अभी के लिए परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है, वो सोनम की खोज चाहता है।

RCB के खिलाफ FIR

 Anand Mohan J की रिपोर्ट