ईरान और इज़रायल के बीच लगभग दो हफ्ते तक जबरदस्त संघर्ष चला और फिर अमेरिका की भी इसमें एंट्री हुई। अमेरिका ने ईरान में तीन परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले किए।। हालांकि इसके बाद दोनों देश सीजफायर पर सहमत हो गए। इस उथल-पुथल के बीच, लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक शेयर किया जा रहा एक वीडियो मिला।

वीडियो में दावा किया गया था कि यह इज़रायल के तेल अवीव का है और रिहायशी इलाके का है। जांच के दौरान, हमने पाया कि यह वीडियो पुराना था और यूके का था। इसका ईरान और इज़रायल संघर्ष से कोई संबंध नहीं था।

फेसबुक यूजर मोहम्मद हुसैन शेख ने भ्रामक दावे के साथ अपने प्रोफाइल पर यह वीडियो साझा किया।

अन्य यूजर्स भी इसी तरह के दावे के साथ वही वीडियो साझा कर रहे थे।

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हमने InVid टूल में वीडियो अपलोड करके और वीडियो से कीफ्रेम निकालकर जांच शुरू की। फिर हमने इन कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च किया।

हमें यूकेएनआईपी (UKNIP) वेबसाइट पर एक लेख में एक कीफ्रेम मिला।

मई 2025 में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉवेंट्री में एक कॉलेज की इमारत में लगी भीषण आग के बाद दो किशोरों को आगजनी के संदेह में गिरफ्तार किया गया है।

फिर हमने इसी घटना के संबंध में और खबरें खोजने के लिए गूगल कीवर्ड सर्च किया।

‘द सन’ (The Sun) की रिपोर्ट में भी इस घटना का वीडियो था।

30 अप्रैल, 2025 को अपलोड की गई रिपोर्ट में कहा गया है, “कॉवेंट्री के हेनले कॉलेज में कल रात लगभग 7.15 बजे आग लग गई, जिसमें 75 दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया।”

हमें Google पर कॉवेंट्री के हेनले कॉलेज की तस्वीरें भी मिलीं और हमने स्ट्रीट व्यू पर कॉलेज का पता भी लगाया।

निष्कर्ष: UK के कॉवेंट्री में एक कॉलेज में आग लगने का पुराना वीडियो हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है और इसे ईरान-इज़रायल संघर्ष से जोड़ा जा रहा है। वायरल दावा भ्रामक है।