लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा राफ्ट पलटने का एक वीडियो मिला। वीडियो में राफ्ट में यात्रा कर रहे लोग नदी के बहाव के साथ बहते हुए दिख रहे थे। वीडियो के साथ यह दावा किया जा रहा था कि यह उत्तराखंड के ऋषिकेश में हुई एक दुर्घटना का है।
जांच के दौरान हमें पता चला कि यह वीडियो बोस्निया का था न कि ऋषिकेश का।
इंस्टाग्राम यूजर laxmi_singh_9045_ ने यह वीडियो अपनी प्रोफाइल पर साझा किया था।
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अन्य यूजर भी यही वीडियो साझा कर रहे हैं।
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हमने वीडियो से प्राप्त कीफ्रेम्स पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की।
इससे हमें 30 मार्च को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला।
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क्रोएशियाई भाषा में कैप्शन में लिखा था: “पहले मैं घबरा गया था, लेकिन हर बार देखने पर यह आभास होता है कि इन लोगों को जंगली पानी पसंद है। शाबाश।”
हमें इसी बारे में एक रिपोर्ट मिली।
रिपोर्ट में कहा गया था: “पूरे क्षेत्र में उफनती नदियाँ समस्याएँ और बाढ़ का कारण बन रही हैं, वहीं बंजा लुका में राफ्टरों के एक समूह ने उफनती वर्बास नदी पर राफ्टिंग करने के मौके का फायदा उठाया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कोई चोट नहीं आई।”
हमें इस घटना के बारे में एक और रिपोर्ट मिली।
हमें यह वीडियो दो महीने पहले एक YouTube चैनल पर अपलोड किया हुआ भी मिला।
निष्कर्ष: बोस्निया की वर्बास नदी पर राफ्टिंग के दौरान हुई घटना का वीडियो ऋषिकेश का बताकर शेयर किया जा रहा है। वायरल दावा गुमराह करने वाला है।