NEET UG 2025 Result Date and Time: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए जल्द ही नीट यूजी 2025 परीक्षा का परिणाम जारी करेगी। देशभर में 5 मई को आयोजित हुई इस परीक्षा में लाखों उम्मीदवार उपस्थित हुए थे। इन सभी को अब रिजल्ट का इंतजार है। नीट यूजी रिजल्ट का इंतजार जल्द ही खत्म होगा। जिन उम्मीदवारों ने इस साल यह परीक्षा दी है वह रिजल्ट जारी होने के बाद ऑफिशियल वेबसाइट neet.nta.nic.in पर जाकर अपना परिणाम चेक कर सकते हैं।
बता दें कि एनटीए ने नीट यूजी 2025 की प्रोविजनल आंसर की 3 जून को जारी की थी जिस पर आपत्ति दर्ज कराने का समय 5 जून तक था। उम्मीदवार आपत्ति दर्ज करा चुके हैं और अब रिजल्ट की तैयारी अंतिम चरण में है। लेटेस्ट जानकारी के मुताबिक, नीट यूजी 2025 का परिणाम जून के दूसरे हफ्ते में किया जा सकता है। इसकी संभावित तारीख 14 जून है।
नीट यूजी का रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। परिणाम जारी होने के बाद काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू होगी। इस काउंसलिंग में परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार शामिल होंगे। वहीं जो कैंडिडेट नीट यूजी परीक्षा में सफल नहीं हो पाएंगे उनके लिए आगे क्या-क्या विकल्प हो सकते हैं? आइए यहां हम आपको बताते हैं।
BSc नर्सिंग: नीट यूजी अगर आपका क्वालीफाई नहीं हो पाता है तो आप नर्सिंग में भी करियर बना सकते हैं। Bsc नर्सिंग चार वर्षीय प्रोग्राम है जिसमें छात्रों को क्लिनिकल केयर, पब्लिक हेल्थ और हॉस्पीटल मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी जाती है। इस कोर्स के लिए योग्यता यही है कि फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी के साथ 12वीं में 50 फीसदी या उससे ऊपर मार्क्स होने चाहिए।
इस कोर्स की फीस सरकारी कॉलेज में 50 हजार से लेकर 2 लाख रुपए तक है। बीएससी नर्सिंग करने के बाद शुरुआती सैलरी 3 से 5 लाख रुपये प्रति सालाना होती है। वहीं निदेश में नौकरी लगने पर सैलरी 20 से 50 लाख रुपए सालाना हो जाती है।
बैचलर ऑफ फार्मेसी (बीफार्मा): बीफार्मा दवा विकास, औषध विज्ञान, नैदानिक अनुसंधान और विनियामक मामलों पर चार साल का कोर्स है। पात्र होने के लिए, छात्रों को पीसीबी या भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित (पीसीएम) के साथ 10+2 में 50 फीसदी आरक्षित वर्ग के लिए 45 फीसदी मार्क्स होने चाहिए। हालांकि कुछ संस्थान इसके लिए भी नीट यूजी पास मांगते हैं।
बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस): बीडीएस पांच साल की पेशेवर डिग्री है जिसमें चार साल की एकेडमिक पढ़ाई और एक साल की इंटर्नशिप शामिल है। यह डेंटल मेडिसिन, ओरल सर्जरी, प्रोस्थोडोन्टिक्स और कॉस्मेटिक डेंटिस्ट्री पर केंद्रित है।
इसमें प्रवेश पाने के लिए छात्रों को NEET UG पास करना होता है। साथ ही 12वीं में PCB के साथ 50 फीसदी मार्क्स होने चाहिए। भारत में 27,000 से ज़्यादा बीडीएस सीटें हैं, जो 1.05 लाख एमबीबीएस सीटों की तुलना में कम प्रतिस्पर्धी हैं।
आयुर्वेद चिकित्सा और शल्य चिकित्सा में स्नातक (BAMS): 5.5 साल का यह कोर्स आयुर्वेद पर आधारित है, जो भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली है। इसमें आयुर्वेदिक दर्शन, निदान और हर्बल उपचारों को समकालीन शरीर रचना विज्ञान और शरीर विज्ञान के साथ मिश्रित किया गया है। छात्रों को NEET UG उत्तीर्ण होना चाहिए और नामांकन के लिए पात्र होने के लिए अपने 10+2 पाठ्यक्रम में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान में कम से कम 50 प्रतिशत अंक अर्जित करने चाहिए।